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भारत के विभिन्न राज्यों में हनुमान जयंती उत्सव (Hanuman Jayanti Celebration in Different States of India)

भारत के विभिन्न राज्यों में हनुमान जयंती उत्सव
हनुमान जयंती चैत्र मास की पूर्णिमा के दिन मनाई जाती है। हनुमान जी जिन्हें बानर भगवान भी कहा जाता है, का जन्म इसी दिन हुआ था। हनुमान जी के जन्मदिवस को हनुमान जयंती के रूप में मनाया जाता है। हनुमान जयंती साल में दो बार मनाई जाती है। पहला हिंदू कैलेंडर के अनुसार चैत्र शुक्ल पूर्णिमा पर यानी ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार मार्च या अप्रैल के बीच और दूसरा कार्तिक कृष्ण चतुर्दशी यानी नरक चतुर्दशी यानी सितंबर-अक्टूबर के बीच मनाई जाती है।
भक्त अपनी स्थानीय मान्यताओं और कैलेंडर के आधार पर वर्ष के अलग-अलग समय में हनुमान जयंती मनाते हैं।

❀ चैत्र पूर्णिमा की हनुमान जयंती उत्तर भारतीय राज्यों में सबसे लोकप्रिय है।

❀ आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में, हनुमान जयंती 41 दिनों तक मनाई जाती है, जो चैत्र पूर्णिमा से शुरू होती है और वैशाख के महीने में कृष्ण पक्ष के दौरान दसवें दिन समाप्त होती है।

❀ आंध्र प्रदेश में, भक्त चैत्र पूर्णिमा पर 41 दिनों तक दीक्षा शुरू करते हैं और हनुमान जयंती के दिन इसे समाप्त करते हैं।

❀ तमिलनाडु में, हनुमान जयंती को हनुमथ जयंती के रूप में जाना जाता है और मार्गशीर्ष अमावस्या के दौरान मनाया जाता है। तमिल हनुमान जयंती ग्रेगोरियन कैलेंडर में जनवरी या दिसंबर के महीने में आती है।

❀ कर्नाटक में हनुमान जयंती मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की त्रयोदशी को मनाई जाती है। इस शुभ दिन को हनुमान व्रतम के नाम से जाना जाता है।

मान्यता है कि सूर्योदय के समय हनुमान जी का जन्म हुआ था। हनुमान जयंती के दिन सुबह ब्रह्ममुहूर्त में मंदिरों में आध्यात्मिक प्रवचनों का आयोजन किया जाता है और ये आयोजन सूर्योदय के साथ समाप्त होते हैं। भगवान राम और माता सीता के प्रबल भक्त हनुमान को अंजनेय के नाम से भी जाना जाता है।

हनुमान आरती:
हनुमान आरती
बालाजी आरती
श्री राम स्तुति: श्री रामचन्द्र कृपालु भजुमन
त्रिमूर्तिधाम: श्री हनुमान जी की आरती

मंत्र / नामावली:
संकट मोचन हनुमानाष्टक
श्रीहनुमत् पञ्चरत्नम्
श्री हनुमान स्तवन - श्रीहनुमन्नमस्कारः
श्री हनुमान अष्टोत्तर-शतनाम-नामावली
हनुमान द्वादश नाम स्तोत्रम

हनुमान भजन:
हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन
बजरंग बाण
राम ना मिलेगे हनुमान के बिना
वीर हनुमाना अति बलवाना
छम छम नाचे देखो वीर हनुमाना
बालाजी मने राम मिलन की आस
संकट के साथी को हनुमान कहते हैं
हनुमान भजन

हनुमान कथा:
श्री हनुमान! मंगलवार व्रत कथा
सुन्दरकाण्ड पाठ
श्री हनुमान गाथा

हनुमान मंदिर:
दिल्ली के प्रसिद्ध हनुमान बालाजी मंदिर
हनुमान बरी, नगला खुशहाली
श्री मकरध्वज हनुमान मंदिर, बेट द्वारिका
डुल्या मारुति मंदिर, पुणे
108 फुट संकट मोचन धाम, दिल्ली
बड़ा हनुमान मंदिर, ब्रिजघाट गढ़मुक्तेश्वर
श्री पंचमुखी हनुमान मंदिर, जयपुर
श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर, जयपुर
दर्शन मुखी श्री हनुमान मंदिर, शेरगढ़ किला धौलपुर
पनकी हनुमान मंदिर, कानपुर
रामचंडी हनुमान मंदिर, पुरी

भोग, प्रसाद बनाने की विधि:
चूरमा के लड्‍डू
साबूदाने की खीर

Hanuman Jayanti Celebration in Different States of India in English

Hanuman Jayanti is celebrated twice a year. First on Chaitra Shukla Purnima according to Hindu calendar i.e. between March or April according to Gregorian calendar and second on Kartik Krishna Chaturdashi i.e. Narak Chaturdashi i.e. between September-October. Devotees celebrate Hanuman Jayanti at different times of the year depending on their local beliefs and calendar.
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अभिजीत मुहूर्त

अभिजीत मुहूर्त दोपहर के समय का शुभ मुहूर्त है जो लगभग 48 मिनट तक रहता है। अभिजीत मुहूर्त असंख्य दोषों को नष्ट करने में सक्षम है और सभी प्रकार के शुभ कार्यों को शुरू करने के लिए इसे सर्वश्रेष्ठ मुहूर्तों में से एक माना जाता है।

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चुनाव में मंदिर, मठ एवं आश्रमों का महत्व

माना जाता है कि सनातन प्रेमी हर चुनाव में जीत का एक निर्णायक पहलू होते हैं। और इन सनातन प्रेमियों(सनातन प्रेमी वोटर) का केंद्र होते हैं ये मंदिर, मठ एवं आश्रम। राजनीतिक उम्मीदवारों की जीत संख्याबल पर निर्धारित होती है। अतः चुनाव आते ही राजनैतिक उम्मीदवार हिंदू मंदिरों, मठों एवं आश्रमों की तरफ स्वतः ही खिचे चले आते हैं।

पौष मास 2025

पौष मास, यह हिंदू महीना मार्गशीर्ष मास के बाद आता है, जो हिंदू कैलेंडर के अनुसार 10वां महीना है।

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