Hanuman Chalisa
Hanuman Jayanti Specials - Follow Bhakti Bharat WhatsApp Channel - Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa -

श्री रामचरितमानस: बालकाण्ड: गुरु वंदना (Shri Ramcharitmanas: Balkand: Guru Vandana)


Add To Favorites Change Font Size
बंदउ गुरु पद पदुम परागा ।
सुरुचि सुबास सरस अनुरागा ॥
अमिय मूरिमय चूरन चारू ।
समन सकल भव रुज परिवारू ॥

सुकृति संभु तन बिमल बिभूती ।
मंजुल मंगल मोद प्रसूती ॥

जन मन मंजु मुकुर मल हरनी ।
किएँ तिलक गुन गन बस करनी ॥

श्रीगुर पद नख मनि गन जोती ।
सुमिरत दिब्य द्रृष्टि हियँ होती ॥

दलन मोह तम सो सप्रकासू ।
बड़े भाग उर आवइ जासू ॥

उघरहिं बिमल बिलोचन ही के ।
मिटहिं दोष दुख भव रजनी के ॥

सूझहिं राम चरित मनि मानिक ।
गुपुत प्रगट जहँ जो जेहि खानिक ॥

दोहा:
जथा सुअंजन अंजि दृग
साधक सिद्ध सुजान ।
कौतुक देखत सैल बन
भूतल भूरि निधान ॥
यह भी जानें

Granth Ramcharitmanas GranthBalkand GranthTulsidas Ji Rachit Granth

अगर आपको यह ग्रंथ पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस ग्रंथ को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

विनय पत्रिका

गोस्वामी तुलसीदास कृत विनयपत्रिका ब्रज भाषा में रचित है। विनय पत्रिका में विनय के पद है। विनयपत्रिका का एक नाम राम विनयावली भी है।

श्री रामचरितमानस: सुन्दर काण्ड: पद 41

बुध पुरान श्रुति संमत बानी । कही बिभीषन नीति बखानी ॥ सुनत दसानन उठा रिसाई ।..

श्री रामचरितमानस: सुन्दर काण्ड: पद 44

कोटि बिप्र बध लागहिं जाहू । आएँ सरन तजउँ नहिं ताहू ॥ सनमुख होइ जीव मोहि जबहीं ।..

Hanuman Chalisa -
Hanuman Chalisa -
×
Bhakti Bharat APP