अनादि देवी अम्बिके तुम्हे सतत प्रणाम है - भजन (Anadi Devi Ambike Tumhen Satat Pranam Hai)


अनादि देवी अम्बिके तुम्हे सतत प्रणाम है
अनादि देवी अम्बिके तुम्हे सतत प्रणाम है
तुम्ही समस्त सृष्टि की अनादि आदि मूल हो
अनंत हो अजेय हो अछोर हो अकूल हो
तुम्ही पुरुषमयी प्रकृति तुम्ही में सृष्टि लीन है
ममत्व मातृशक्ति में सभी नियम अधीन है
कभी स्वरूप रौद्र है कभी ललित ललाम है

अनादि देवी अम्बिके तुम्हे सतत प्रणाम है
अनादि देवी अम्बिके तुम्हे सतत प्रणाम है

अनंत कोख से तेरी सृजन अनंत हो रहा
तुम्हीं में आदि हो रहा तुम्ही में अंत हो रहा
अलख निरंजना तुम्ही, तुम्ही अदृश्य सर्जना
पुरुष अनादि में बसी, तुम्ही अनंत प्रेरणा
कृपावृतांत का तेरा, कहीं नहीं विराम है।
अनादि देवी अम्बिके तुम्हे सतत प्रणाम है

अनादि देवी अम्बिके तुम्हे सतत प्रणाम है
अनादि देवी अम्बिके तुम्हे सतत प्रणाम है

स्वर- मालिनी अवस्थी
धुन- स्वर्गीय उस्ताद राहत अली खां
रचना - देव नारायण सिंह राकेश
संगीत संयोजन -सचिन कुमार
मिक्सिंग- सागर
Bhajan Maa Durga BhajanMata BhajanNavratri BhajanMaa Sherawali BhajanDurga Puja BhajanMaa Durga BhajanJagran BhajanMata Ki Chauki BhajanShukravar BhajanFriday Bhajan
अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!


* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

अनादि देवी अम्बिके तुम्हे सतत प्रणाम है - भजन

अनादि देवी अम्बिके तुम्हे सतत प्रणाम है, तुम्ही समस्त सृष्टि की अनादि आदि मूल हो, अनंत हो अजेय हो अछोर हो अकूल हो..

माँ की दुआ बड़ी है: भजन

लाख बार गिर कर मैं, हर बार उठा हूँ, जब भी संकट आया, तेरा नाम जपा हूँ, कैसे कहूं मैं चला अकेला, पग पग साथ चली है,
ममता के आंचल में हूं पला, तेरी करुणा बड़ी है, आज हूँ मैं जो कुछ भी, माँ की दुआ बड़ी है, भगवान ना देखा मैंने, भगवान मेरी वही है, भगवान ना देखा मैंने, भगवान मेरी वही है ॥

मैया कृपा करदो झोली मेरी भरदो: भजन

मैया कृपा करदो झोली मेरी भरदो, तेरी दया का हम सदा गुणगान करेंगे, तेरा ध्यान करेंगे...

माँ तेरा सच्चा द्वारा, लगे भक्तों को प्यारा: भजन

हे जग जननी हे जगदम्बा, महिमा तेरी अपार, माँ तेरा सच्चा द्वारा, लगे भक्तों को प्यारा ॥

मत कर तू अभिमान रे बंदे: भजन

मत कर तू अभिमान रे बंदे, जूठी तेरी शान रे । मत कर तू अभिमान...