तूं जागे विच आजा दातिए - भजन (Asi Rakheya Tera Jagrata Tu)


तेरा भवन, सजा के, बैठे आं...
( जय, जय जय मां... )
मां तेरी, जोत जगा के, बैठे आं...
( जय, जय जय मां... )
तेरा भवन, सजा के, बैठे आं,
मां तेरी, जोत जगा के, बैठे आं,
आ के, बच्चियां नूं, दरश, दिखा जा दातिए,
दिखा जा दातिए, दिखा जा दातिए...
असीं, रख्या मां, तेरा जग्राता,
तूं जागे विच, आजा दातिए ॥
करदे, उडीकां मां, भगत तेरे आऊण दी,
रीझ बड़ी, अख्खियां नूं, दरशन पाऊण दी ॥
साडे, नैणां दी प्यास, बुझा जा दातिए,
बुझा जा दातिए, बुझा जा दातिए...
असीं, रख्या मां, तेरा जग्राता,
तूं जागे विच, आजा दातिए ॥

सदा ही तूं, भगतां दी, रखदी एं लाज मां,
करके, दीदार साडे, खुल्ले जाणे भाग मां ॥
आ के, रहमतां दा रंग, बरसा जा दातिए,
बरसा जा दातिए, बरसा जा दातिए...
असीं, रख्या मां, तेरा जग्राता,
तूं जागे विच, आजा दातिए ॥

चुगट्टी दे, विनोद तों ना, पावीं मांएं दूरियां,
मुकेश दियां, रीझां करीं, सारियां मां पूरीआं ॥
साडी सुन जा, ते आपणी, सुना जा दातिए,
सुना जा दातिए, सुना जा दातिए...
असीं, रख्या मां, तेरा जग्राता,
तूं जागे विच, आजा दातिए ॥
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