जो सुमिरत सिधि होइ - भजन (Jo Sumirat Siddhi Hoi)


श्री रामायण प्रारम्भ स्तुति,
जो सुमिरत सिधि होइ गन नायक करिबर बदन ॥
करउ अनुग्रह सोइ बुद्धि रासि सुभ गुन सदन ॥ 1 ॥
मूक होइ बाचाल पंगु चढइ गिरिबर गहन ॥
जासु कृपाँ सो दयाल द्रवउ सकल कलि मल दहन ॥ 2 ॥

नील सरोरुह स्याम तरुन अरुन बारिज नयन ॥
करउ सो मम उर धाम सदा छीरसागर सयन ॥ 3 ॥

कुंद इंदु सम देह उमा रमन करुना अयन ॥
जाहि दीन पर नेह करउ कृपा मर्दन मयन ॥ 4 ॥

बंदउ गुरु पद कंज कृपा सिंधु नररूप हरि ॥
महामोह तम पुंज जासु बचन रबि कर निकर ॥ 5 ॥
Jo Sumirat Siddhi Hoi - Read in English
Jo Sumirat Sidhi Hoi Gan Nayak Karibar Badan, Karu Anugrah Soi Buddhi Raasi Subh Gun Sadan ॥
Bhajan Shri Ram BhajanShri Raghuvar BhajanRam Navmi BhajanSita Navmi BhajanHanuman Janmotsav BhajanRam Katha BhajanAyodhya Dham Bhajan
अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!


* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

ऐसे मेरे मन में विराजिये - भजन

ऐसे मेरे मन में विराजिये, कि मै भूल जाऊं काम धाम, गाऊं बस तेरा नाम...

आओ जी आओ मैया - भजन

आओ जी आओ मैया, आज म्हारे आंगणे, भगत बुलावे थाने आया सरसी, भगत बुलावे थाने आया सरसी, आओ जी आओ मईया, आज म्हारे आंगणे ॥

कभी दुर्गा बनके, कभी काली बनके - भजन

कभी दुर्गा बनके, कभी काली बनके, चली आना, मैया जी चली आना ॥

श्री राम तेरी महिमा से - भजन

श्री राम तेरी महिमा से, काम हो गया है, मंदिर बनेगा रास्ता, आसान हो गया, श्री राम तेरी महिमा से, काम हो गया है ॥

राम नाम जपते है, मस्ती में रहते है: भजन

राम नाम जपते है, मस्ती में रहते है, देव है ये सबसे निराला, इसे कहते हैं बजरंगबाला,
ओ बाला इसे कहते हैं बजरंगबाला ॥