मैया को अपने घर बुलाएंगे: भजन (Maiya Ko Apne Ghar Bulayenge)


मैया को अपने घर बुलाएंगे,
सारे मिलकर माँ का लाड़ लड़ाएंगे ॥
सोने की झारी में,
गंगा जल मंगवाया,
मैया के स्वागत में,
चन्दन चौक पुराया,
हाथों से चरणों को धुलायेंगे,
सारे मिलकर माँ का लाड़ लड़ाएंगे ॥

मैया की प्यारी सी,
चुनरी है बनवाई,
चाँदी के प्याले में,
मेहंदी है घुलवाई,
माँ के हाथों मेहंदी रचायेंगे,
सारे मिलकर माँ का लाड़ लड़ाएंगे ॥

मैया की नथली में,
हिरा है जड़वाया,
माथे की बिन्दी को,
सोने में घड़वाया,
चाँदी की पायलियाँ पहनायेंगे,
सारे मिलकर माँ का लाड़ लड़ाएंगे ॥

फूलों के प्यारे से,
गजरे है मंगवाए,
‘हर्ष ‘कहे थाली में,
रोली मोली लाए,
हाथों से माँ को हम सजायेंगे,
सारे मिलकर माँ का लाड़ लड़ाएंगे ॥

मैया को अपने घर बुलाएंगे,
सारे मिलकर माँ का लाड़ लड़ाएंगे ॥

दुर्गा चालीसा | आरती: जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी | आरती: अम्बे तू है जगदम्बे काली | महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् | माता के भजन
Maiya Ko Apne Ghar Bulayenge - Read in English
Maiya Ko Apne Ghar Bulayenge, Saare Milakar Maa Ka Laad Ladaenge ॥
Bhajan Maa Durga BhajanMata BhajanNavratri BhajanMaa Sherawali BhajanDurga Puja BhajanJagran BhajanMata Ki Chauki BhajanShukravar BhajanFriday BhajanAshtami BhajanGupt Navratri BhajanJeen Bhawani BhajanJeen Mata BhajanRajasthani BhajanKuldevi Bhajan
अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!


* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

शिव स्तुति: आशुतोष शशाँक शेखर

आशुतोष शशाँक शेखर, चन्द्र मौली चिदंबरा, कोटि कोटि प्रणाम शम्भू..

बाबा बैद्यनाथ हम आयल छी भिखरिया - भजन

बाबा बैद्यनाथ हम आयल छी भिखरिया, अहाँ के दुअरिया ना, बाबा बैद्यनाथ हम आयल छी..

दीदार, करने आया तेरे द्वार: भजन

अलख जगा के जोगी, आया तेरे द्वार, आया तेरे द्वार मैया, आया तेरे द्वार, कन्हैंया का दीदार, करने आया तेरे द्वार ॥

कोई देवता नही है, भोले नाथ की तरह: भजन

कोई देवता नही है, भोले नाथ की तरह, लूटाते है खजाना बरसात की तरह, लूटाते है खजाना बरसात की तरह ॥

राजदुलारी: तू महलों में रहने वाली

तू महलों में रहने वाली, मैं जोगी जट्टा धारी हूँ, तेरा मेरा मेल मिले ना, रहता अटल अटारी हूँ..