श्यामकाली मंदिर पुरी - Shyamakali Mandir Puri

मुख्य आकर्षण - Key Highlights

◉ श्यामकाली मंदिर को पुरी शहर की जागृत देवियों में से एक माना जाता है जो नकारात्मकता से रक्षा करती हैं।
◉ यह मंदिर सैकड़ों वर्षों से पुरी के राजपरिवार (गजपति महाराजा) की कुलदेवी रहा है।
◉ यह पुरी शहर के प्रमुख तीर्थस्थल जगन्नाथ धाम के निकट स्थित है।
श्यामकाली मंदिर, जिसे माँ श्यामकाली के नाम से भी जाना जाता है, श्यामकाली लेन, पुरी, ओडिशा में स्थित है। यह मंदिर देवी काली को समर्पित है। यह पुरी शहर के बाली साही क्षेत्र में, जगन्नाथ धाम , पुरी के प्रमुख तीर्थस्थलों के निकट स्थित है। इस मंदिर की काली माता को शहर की जागृत देवियों में से एक माना जाता है जो नकारात्मकता से रक्षा करती हैं।

श्यामकाली मंदिर पुरी का इतिहास और वास्तुकला
इसकी मुख्य देवी देवी श्यामकाली (काली का एक रूप) हैं। मूर्ति को काली (श्यामा) रूप में वर्णित किया गया है, जिसकी चार भुजाएँ और तीन नेत्र हैं, वह पारंपरिक काली मुद्रा (शिव पर दाहिना पैर) में खड़ी है और एक हाथ में कटा हुआ सिर और तलवार, तथा दूसरे हाथ में अभय/वरद मुद्राएँ धारण किए हुए है। यह पूरे भारत का एकमात्र मंदिर है जहाँ आप शांत और सुंदर रूप में काली माता के दर्शन कर सकते हैं।

ऐतिहासिक रूप से, यह मंदिर सैकड़ों वर्षों से पुरी के राजपरिवार (गजपति महाराजा) की कुलदेवी रहा है। आज तक, शाही रीति-रिवाजों के अनुसार, नया राजा अपने राज्याभिषेक के बाद सबसे पहले इसी मंदिर में आता है और श्यामाकालि की पूजा करता है। मंदिर के तीन मुख्य भाग हैं: विमान (गर्भगृह), जगमोहन (सभा भवन) और नटमंडप (उत्सव भवन)। विमान की ऊँचाई मंदिर के आधार से लगभग 20 फीट है। गर्भगृह के द्वार की चौखट पर साधारण सजावट है; बाहरी संरचना में ईंट और बलुआ पत्थर का उपयोग किया गया है।

श्यामकाली मंदिर पुरी में दर्शन का समय
मंदिर पूरे सप्ताह खुला रहता है और दर्शन का समय सुबह 5:30 बजे से शाम 7 बजे तक है। दिवाली के दौरान मंदिर 24 घंटे खुला रहता है।

श्यामकाली मंदिर पुरी के प्रमुख त्यौहार
कार्तिक अमावस्या को काली पूजा , दुर्गा पूजा और जगद्धात्री पूजा के दौरान प्रमुख उत्सव मनाए जाते हैं। मंगलवार और शनिवार को मंदिर में बहुत भीड़ होती है। काली पूजा के दौरान पूरी रात मंदिर के यज्ञ कुंड में होम किया जाता है।

श्यामकाली मंदिर पुरी कैसे पहुँचें
मंदिर तक आसानी से पहुँचा जा सकता है। जगन्नाथ मंदिर के सिंह द्वार से, स्वर्गद्वार की ओर जाने वाली सड़क लें और फिर बाली साही की ओर मुड़ने पर श्यामकाली लेन पहुँचें। पुरी रेलवे स्टेशन से इसकी दूरी मात्र 2 किमी है।

श्यामकाली मंदिर पुरी जाने से पहले ध्यान रखने योग्य बातें
❀ शालीन कपड़े पहनें (जैसा कि पुरी के अधिकांश मंदिरों में होता है)।
❀ चूँकि मंदिर पुरी के काफी मध्य में स्थित है, आप जगन्नाथ मंदिर/समुद्र तट की यात्रा के साथ-साथ दर्शन भी कर सकते हैं।
❀ काली पूजा (अक्टूबर/नवंबर में) के दौरान दर्शन करने से आपको सबसे अनोखा अनुभव मिलेगा।
❀ यदि आप शांत दर्शन पसंद करते हैं, तो पर्यटकों के व्यस्त समय से बचने का प्रयास करें।
प्रचलित नाम: माँ श्यामा काली मंदिर
Shyamakali Mandir Puri - Read In English
Shyamakali Mandir which is also know as maa shyamakali located at shyamakali Lane, Puri, Odisha. The temple is dedicated to Devi Kali.

जानकारियां - Information

दर्शन समय
5:30 AM - 7 PM
5:00 AM: मंगला आरती
7:00 PM: संध्या आरती
मंत्र
जय माँ श्यामकाली
त्योहार
Kali Puja, Durga Puja | यह भी जानें: एकादशी
बुनियादी सेवाएं
Drinking Water, Prasad, CCTV Security
संस्थापक
Puri Gajapati Maharaj
समर्पित
Mata Kali
वास्तुकला
कलिंग शैली

कैसे पहुचें - How To Reach

पता 📧
Shyamakali Lane Puri Odisha
सोशल मीडिया
निर्देशांक 🌐
19.7998157°N, 85.8144263°E

क्रमवद्ध - Timeline

5:30 AM - 7 PM

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Updated: Oct 28, 2025 14:01 PM