Sawan 2025

चली जा रही है उमर धीरे धीरे - भजन (Chali Ja Rahi Hai Umar Dheere Dheere)


चली जा रही है उमर धीरे धीरे - भजन
चली जा रही है उमर धीरे धीरे,
पल पल यूँ आठों पहर धीरे धीरे,
चली जा रही हैं उमर धीरे धीरे,
जो करते रहोगे भजन धीरे धीरे,
मिल जाएगा वो सजन धीरे धीरे ॥
बचपन भी जाए जवानी भी जाए,
बुढ़ापे का होगा असर धीरे धीरे,
मिल जाएगा वो सजन धीरे धीरे ॥
चली जा रही है उमर धीरे धीरे,
पल पल यू आठौँ पहर धीरे धीरे ॥

तेरे हाथ पावों में बल ना रहेगा,
झुकेगी तुम्हारी कमर धीरे धीरे,
मिल जाएगा वो सजन धीरे धीरे ॥
चली जा रही है उमर धीरे धीरे,
पल पल यू आठौँ पहर धीरे धीरे ॥

शिथिल अंग होंगे एक दिन तुम्हारे,
फिर मंद होगी नज़र धीरे धीरे,
मिल जाएगा वो सजन धीरे धीरे ॥
चली जा रही है उमर धीरे धीरे,
पल पल यू आठौँ पहर धीरे धीरे ॥

बुराई से मन को अपने हटाले,
सुधर जाए तेरा जीवन धीरे धीरे,
मिल जाएगा वो सजन धीरे धीरे ॥
चली जा रही है उमर धीरे धीरे,
पल पल यू आठौँ पहर धीरे धीरे ॥

चली जा रही है उमर धीरे धीरे,
पल पल यूँ आठों पहर धीरे धीरे,
चली जा रही हैं उमर धीरे धीरे,
जो करते रहोगे भजन धीरे धीरे,
मिल जाएगा वो सजन धीरे धीरे ॥

Chali Ja Rahi Hai Umar Dheere Dheere in English

Chali Ja Rahi Hain Umar Dhire Dhire, Pal Pal Yoo Aathaun Pahar Dhire Dhire, Bachapan Bhee Jae Javani Bhi Jae..
यह भी जानें

Bhajan Prabhu BhajanVedic BhajanVed BhajanSchool BhajanCollage BhajanArya Samaj BhajanInspirational BhajanMorning BhajanDainik BhajanDaily BhajanDevendra Pathak Bhajan

अन्य प्रसिद्ध चली जा रही है उमर धीरे धीरे - भजन वीडियो

Shri Prem Bhushan Ji

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

डम डम डम डम डमरू बजे कैलाश पर मेरा भोला सजे - भजन

डम डम डम डम डमरू बजे, कैलाश पर मेरा भोला सजे ।

मेरे भोले बाबा जटाधारी शम्भू - भजन

मेरे भोले बाबा जटाधारी शम्भू, हे नीलकंठ त्रिपुरारी हे शम्भू ॥

शिव अद्भुत रूप बनाए: भजन

शिव अद्भुत रूप बनाए, जब ब्याह रचाने आए। भुत बेताल थे..

मैं काशी हूँ - भजन

कंकर कंकर मेरा शंकर, मैं लहर-लहर अविनाशी हूँ मैं काशी हूँ मैं…मैं काशी हूँ…!

भोले डमरु बजा दो एक बार: शिव भजन

भोले डमरु बजा दो एक बार हमारे हरी कीर्तन में, कीर्तन में हरी कीर्तन में ॥

मुझे दास बनाकर रख लेना भोलेनाथ तुम अपने चरणों में: शिव भजन

मुझे दास बनाकर रख लेना भोलेनाथ तुम अपने चरणों में, मुझे दास बनाकर रख लेना भोलेनाथ तुम अपने चरणों में, भोलेनाथ तुम अपने चरणों में भोलेनाथ तुम अपने चरणों में, मुझें दास बनाकर रख लेना भोलेनाथ तुम अपने चरणों में ॥

हे त्रिपुरारी गंगाधरी: भजन

हे त्रिपुरारी गंगाधरी, सृष्टि के आधार, शंकर किरपा करुणाकार, भोले किरपा करुणाकार ॥

Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Durga Chalisa - Durga Chalisa
Bhakti Bharat APP