Download Bhakti Bharat APP
Damodar Astakam - Damodar AstakamDownload APP Now - Download APP NowHanuman Chalisa - Hanuman ChalisaFollow Bhakti Bharat WhatsApp Channel - Follow Bhakti Bharat WhatsApp Channel

मेरे राघव जी उतरेंगे पार, गंगा मैया धीरे बहो - भजन (Mere Raghav Ji Utrenge Paar, Ganga Maiya Dheere Baho)


मेरे राघव जी उतरेंगे पार, गंगा मैया धीरे बहो - भजन
मेरे राघव जी उतरेंगे पार,
गंगा मैया धीरे बहो,
मैया धीरे बहो,
मैया धीरे बहो,
मेरे राघव जी उतरेगे पार,
गंगा मैया धीरे बहो ॥
गहरी नदियां नाव पुरानी,
चले पुरवैया ना गति ठहरानी,
मेरे प्रियतम बड़े सुकुमार,
गंगा मैया धीरे बहो,
मेरे राघव जी उतरेगे पार,
गंगा मैया धीरे बहो ॥

राम सिया और लखन विराजे,
शीश जटा तन मुनिपट साजे,
आज शोभा बनी है अपार,
गंगा मैया धीरे बहो,
मेरे राघव जी उतरेगे पार,
गंगा मैया धीरे बहो ॥

पुलक शरीर नीर अंखियन में,
आनंद मगन होत दर्शन में,
भवसागर से मोहे उतार,
गंगा मैया धीरे बहो,
मेरे राघव जी उतरेगे पार,
गंगा मैया धीरे बहो ॥

मेरे राघव जी उतरेंगे पार,
गंगा मैया धीरे बहो,
मैया धीरे बहो,
मैया धीरे बहो,
मेरे राघव जी उतरेगे पार,
गंगा मैया धीरे बहो ॥

Mere Raghav Ji Utrenge Paar, Ganga Maiya Dheere Baho in English

Mere Raghav Ji Utrenge Paar, Ganga Maiya Dheere Baho, Maiya Dheere Baho..
यह भी जानें

Bhajan Shri Vishnu BhajanShri Ram BhajanShri Raghuvar BhajanRam Navami BhajanGanga Maiya BhajanRam Sita BhajanSiya Ram Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

वेणुगीत

बह्रापीडं नटवरवपुः कर्णयोः कर्णिकारं, बिभ्राद्वासः कनककपिशं वैजयंतीं च मंगलम्। रंध्रणवेनोरधरसुधायपुरयन्गोपवृन्दैर्वृ , न्दारण्यं स्वपद्रमणं प्रविषद्गीतकीर्तिः ॥

बर्फानी बाबा तेरी जय जैकार - भजन

बर्फानी बाबा तेरी जय जैकार, चाहे दिन हो चाहे रात हो, इस मन में बस तेरी बात हो, यही गाऊँ बार बार,बर्फानी बाबा तेरी जय जैकार

गोपी गीत - जयति तेऽधिकं जन्मना

जयति तेऽधिकं जन्मना व्रजः श्रयत इन्दिरा शश्वदत्र हि । दयित दृश्यतां दिक्षु तावका स्त्वयि धृतासवस्त्वां विचिन्वते ॥

प्रणय गीत

मैवं विभोऽर्हति भवान्गदितुं नृशंसं, सन्त्यज्य सर्वविषयांस्तव पादमूलम् । भक्ता भजस्व दुरवग्रह मा त्यजास्मान्दे, वो यथादिपुरुषो भजते मुमुक्षून् ॥

युगल गीत

वामबाहुकृतवामकपोलो, वल्गितभ्रुरधरार्पितवेणुम् । कोमलाङ्गुलिभिराश्रितमार्ग , गोप्य ईरयति यत्र मुकुन्दः ॥ २ ॥

भ्रमर गीत

काचिन्मधुकरं दृष्ट्वा ध्यायन्ती, कृष्णसङ्गमम् प्रियप्रस्थापितं दूतं कल्पयित्वेदमब्रवीत् ॥

मुकुन्द माधव गोविन्द बोल - भजन

मुकुन्द माधव गोविन्द बोल। केशव माधव हरि हरि बोल॥

Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Ganesh Aarti Bhajan - Ganesh Aarti Bhajan
×
Bhakti Bharat APP