Download Bhakti Bharat APP
Sawan 2024 - Hanuman Chalisa - Follow Bhakti Bharat WhatsApp Channel - Hanuman Chalisa -

कार्तिक मास 2024 (Kartik Maas 2024)

कार्तिक मास हिंदू कैलेंडर का आठवां महीना है, जो ग्रेगोरियन कैलेंडर के अक्टूबर और नवंबर में आता है। भारत के राष्ट्रीय नागरिक कैलेंडर में, कार्तिक वर्ष का आठवां महीना है।
कार्तिक मास का महत्व
भगवान विष्णु के प्रिय महीनों में से एक कार्तिक का महीना हिंदू धर्म में काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। पूरे कार्तिक मास में स्नान, दान और भगवत पूजन किया जाता है, जगत के पालनहार भगवान विष्णु ने उन्हें अक्षय फल देने वाला महीना बताया है। कार्तिक मास की महिमा का वर्णन करते हुए स्वयं भगवान ब्रह्मा कहते हैं कि कार्तिक मास सभी मासों में श्रेष्ठ है और कार्तिक मासों में, भगवान विष्णु देवताओं में तथा नारायण तीर्थ (बद्रिकाश्रम) तीर्थों में श्रेष्ठ हैं।

कार्तिक मास का पर्व
'न कार्तिकसमो मासो न कृतेन सामं युगं, न वेदं सदृशं शास्त्रं न तीर्थ गंगाय समं' अर्थात् कार्तिक के समान कोई मास नहीं, सतयुग के समान कोई युग नहीं, वेद के समान कोई शास्त्र नहीं और गंगा के समान कोई तीर्थ नहीं। इस मास से देव तत्व प्रबल हो जाता है। इस महीने में भगवान विष्णु के साथ तुलसी की पूजा करना फलदायी माना गया है। इसके अलावा इस मास में गंगा स्नान, दीपदान, यज्ञ, दान आदि करने से सभी संकटों से मुक्ति मिलती है। इस पूरे महीने में दिवाली, छठ पूजा, धनतेरस, तुलसी विवाह, वैकुंठ चतुर्दशी, देव दिवाली कार्तिक पूर्णिमा जैसे त्योहार मनाए जाते हैं।

कार्तिक मास 2024
इस वर्ष कार्तिक मास की गणना 18 अक्टूबर से 15 नवंबर 2024 तक है।

कार्तिक मास 2024 व्रत, त्यौहार, जयंती और उत्सव
20 अक्टूबर रविवार 2024 - करवा चौथ, वक्रतुण्ड संकष्टी चतुर्थी
24 अक्टूबर गुरुवार 2024 - अहोई अष्टमी, राधा कुंड स्नान
28 अक्टूबर सोमवार 2024 - गोवत्स द्वादशी, रमा एकादशी
29 अक्टूबर मंगलवार 2024 - धनतेरस, प्रदोष व्रत
30 अक्टूबर बुधवार 2024 - काली चौदस
31 अक्टूबर गुरुवार 2024 - नरक चतुर्दशी
01 नवंबर शुक्रवार 2024 - दर्श अमावस्या, अनवधान, कार्तिक अमावस्या, लक्ष्मी पूजा, दीवाली
02 नवंबर शनिवार 2024 - गोवर्धन पूजा, इष्टी
03 नवंबर रविवार 2024 - भैया दूज, चंद्र दर्शन
06 नवंबर बुधवार 2024 - लाभ पञ्चमी
07 नवंबर गुरुवार 2024 - छठ पूजा
09 नवंबर शनिवार 2024 - गोपाष्टमी
10 नवंबर रविवार 2024 - अक्षय नवमी
11 नवंबर सोमवार 2024 - कंस वध, भीष्म पंचक प्रारंभ
12 नवंबर मंगलवार 2024- देवउत्थान एकादशी
13 नवंबर बुधवार 2024 - तुलसी विवाह, प्रदोष व्रत
14 नवंबर गुरुवार 2024 - वैकुंठ चतुर्दशी, विश्वेश्वर व्रत
15 नवंबर शुक्रवार 2024 - मणिकर्णिका स्नान, देव दीवाली, कार्तिक पूर्णिमा, अनवधान

Kartik Maas 2024 in English

Kartik Maas is the eighth month of the Hindu calendar, which falls in October and November of the Gregorian calendar. In India's national civil calendar, Kartika is the eighth month of the year.
यह भी जानें

Blogs Kartik Maas BlogsHindu Pavitra Maas BlogsBhagwan Vishnu BlogsDiwali BlogsBhaidooj BlogsChhath Puja BlogsDhanteras BlogsTulsi Vivah Blogs

अगर आपको यह ब्लॉग पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस ब्लॉग को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

श्रावण मास 2024

श्रावण मास हिंदू कैलेंडर का पांचवां महीना है। हिंदुओं के लिए श्रावण का महीना उपवास का महीना होता है और कई हिंदू हर सोमवार को भगवान शिव और हर मंगलवार को देवी पार्वती का उपवास करते हैं।

सावन शिवरात्रि 2024

आइए जानें! सावन शिवरात्रि से जुड़ी कुछ जानकारियाँ एवं सम्वन्धित कुछ प्रेरक तथ्य.. | सावन शिवरात्रि: Friday, 2 August 2024

नीलाद्रि बिजे

नीलाद्रि बिज महोत्सव वार्षिक रथ यात्रा उत्सव के समापन का प्रतीक है।

अधर पणा

अधर पणा अनुष्ठान आषाढ़ महीने त्रयोदशी तिथि पर पुरी जगन्नाथ मंदिर में आयोजित किया जाता है।

कांवर यात्रा की परंपरा किसने शुरू की?

धार्मिक ग्रंथों में माना जाता है कि भगवान परशुराम ने ही कांवर यात्रा की शुरुआत की थी। इसीलिए उन्हें प्रथम कांवरिया भी कहा जाता है।

तुलाभारम क्या है, तुलाभारम कैसे करें?

तुलाभारम और तुलाभरा जिसे तुला-दान के नाम से भी जाना जाता है, एक प्राचीन हिंदू प्रथा है यह एक प्राचीन अनुष्ठान है। तुलाभारम द्वापर युग से प्रचलित है। तुलाभारम का अर्थ है कि एक व्यक्ति को तराजू के एक हिस्से पर बैठाया जाता है और व्यक्ति की क्षमता के अनुसार बराबर मात्रा में चावल, तेल, सोना या चांदी या अनाज, फूल, गुड़ आदि तौला जाता है और भगवान को चढ़ाया जाता है।

हिंदू धर्म में पूजा से पहले संकल्प क्यों लिया जाता है?

संकल्प का सामान्य अर्थ है किसी कार्य को करने का दृढ़ निश्चय करना। हिंदू धर्म में परंपरा है कि किसी भी तरह की पूजा, अनुष्ठान या शुभ कार्य करने से पहले संकल्प लेना बहुत जरूरी होता है।

Hanuman Chalisa -
Hanuman Chalisa -
×
Bhakti Bharat APP