दिल्ली मे हर काल के मंदिर मौजूद हैं जिसमें से ज़्यादा तर सन् 800, 1200,1600, 1800 और 2000 के समय के मंदिर हैं, जो आगे समय बढ़ने के अनुसार बढ़ते ही जा रहे हैं। लेकिन कलयुग की शुरुआत से पहले, महाभारत युद्ध के दौरान या शुरुआती दौर में बने मंदिर दिल्ली में सबसे प्रसिद्ध माने जाते हैं।
दिल्ली के सबसे पुराने और सबसे प्रतिष्ठित मंदिरों में सबसे प्रमुख कालकाजी मंदिर या मनोकामना सिद्ध पीठ है। महाभारत कुरुक्षेत्र के बाद विजयी पांडवों द्वारा बनाए जा रहे पांच मंदिरों की बात करता है और यह एक माना जाता है।
योगमाया मंदिर, महरौली। एक शक्ति पीठ भगवान कृष्ण की बहन, देवी योगमाया को समर्पित है, जो भगवान की भ्रमकारी शक्ति का प्रतिनिधित्व करती हैं। यह भी कहा जाता है कि इस मंदिर का निर्माण पांडवों ने किया था।
सीपी में हनुमान मंदिर। इस प्राचीन मंदिर का उल्लेख महाभारत में भी मिलता है कि कैसे भीम हनुमान (उनके भाई दोनों वायु के पुत्र हैं) की कहानी के साथ-साथ उनकी श्रेष्ठता को स्वीकार किया जब उन्होंने खुद को अपनी पूंछ को हिलाने में असमर्थ पाया।
पांडवों द्वारा भगवान शिव की पूजा करने के लिए बनाए गए नील छत्री मंदिर, इस मंदिर को युधिष्ठिर के अश्वमेध यज्ञ का स्थान माना जाता है। यमुना के पास स्थित, मंदिर शहर के इतिहास में पाया जाता है।
यहां दिल्ली एनसीआर में स्थित सबसे प्रसिद्ध मंदिरों की सूची दी गई है।
श्री कालकाजी मंदिर @Kalkaji New Delhi
माँ आदिशक्ति के काली रूप को समर्पित यह श्री कालकाजी मंदिर, जिसे जयंती पीठ या मनोकामना सिद्ध पीठ भी कहा जाता है।
श्री दूधेश्वरनाथ महादेव मंदिर @Ghaziabad Uttar Pradesh
प्राचीन, पुराणों मे वर्णित, त्रेता युग से ही स्थापित हिरण्यगर्भ सिद्धपीठ श्री दूधेश्वरनाथ महादेव के स्वरूप को धारण किए यह मंदिर श्री दूधेश्वरनाथ मंदिर के नाम से प्रषिद्ध हैं।
दूधिया भैरव नाथ मंदिर @Pragati Maidan New Delhi
श्री दूधिया बाबा भैरव नाथ जी पांडवों कालीन मंदिर, बाबा भैरव नाथ जी को समर्पित है, जिन्हें भैरों तथा भैरव नाम से भी जाना जाता है।
श्री योगमाया मंदिर @Mehrauli New Delhi
Siddhapeeth, Shaktipeeth, Gyanpeeth and Jyotipeeth श्री योगमाया मंदिर (Shri Yogmaya Mandir) is taken care by 16th generation of same family of vatsh gotra. Temple is dedicated to Shri Yogmaya sister of Lord Krishna, Near by Qutub Minar.
भगवान विश्वकर्मा मंदिर @Paharganj New Delhi
भगवान विश्वकर्मा मंदिर, महाभारत काल के सबसे प्रसिद्ध नवनिर्मित शहर इंद्रप्रस्थ का निर्माण स्थल था। पांडवों ने विश्वकर्मा जी के शिल्प एवं वास्तु ज्ञान की मदद से खांडव वन पर इंद्रप्रस्थ शहर की स्थापना की थी।
प्राचीन श्री बटुक भैरव मंदिर @Chanakyapuri New Delhi
प्राचीन श्री बटुक भैरव मंदिर पांडवों द्वारा बनाए गये मंदिरों मे सर्व प्रथम है। जिनके बिग्रह मे भैरव बाबा का चेहरा और दो बड़ी-बड़ी आँखों के साथ बाबा का त्रिशूल दिखाई पड़ता है।
हनुमान मंदिर, कनाट प्लेस @Delhi New Delhi
प्राचीन हनुमान मंदिर, महाभारत काल से बाल हनुमान को समर्पित एक प्राचीन मंदिर है। यह दिल्ली में पांडवों द्वारा स्थापित पांच मंदिरों में से एक माना जाता है।
श्री शीतला माता मंदिर @Gurugram Haryana
श्री शीतला माता मंदिर (Shri Sheetla Mata Mandir) is dedicated to the Devi Kripi/Kirpai, wife of Guru Dronacharya. She is kuldevi of village Gurugram therefore devotee offer mundan ceremony and married couples come to take the blessings.
श्री किलकारी भैरव नाथ मंदिर @Pragati Maidan New Delhi
श्री किलकारी बाबा भैरव नाथ जी पांडवों कालीन मंदिर, बाबा भैरव नाथ जी को समर्पित हैं, जोकि भगवान शिव का एक उग्र अवतार माने जाते हैं।
नीली छतरी मंदिर @Delhi New Delhi
महाभारत काल से स्थापित भगवान शिव का प्राचीन मंदिर, प्राचीन नीली छतरी मंदिर पांडवों कालीन, यह मंदिर जन साधारण में नीली छतरी मंदिर नाम से प्रसिद्ध है।
ListMahabharata Period Temples In Delhi And NCR Temples
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