ईश्वर को जान बन्दे, मालिक तेरा वही है - भजन (Ishwar Ko Jaan Bande Malik Tera Wahi Hai)


ईश्वर को जान बन्दे,
मालिक तेरा वही है,
करले तू याद दिल से,
हर जाम वो सही है ।
ईष्वर को जान बन्दे,
मालिक तेरा वही है ॥भूमि अगन पवन में,
सागर पहाड़ बन में,
उसकी सभी भुवन में,
छाया समा रही है ।
ईष्वर को जान बन्दे,
मालिक तेरा वही है ॥

उसने तुझे बनाया,
जब खेल ये दिखाया,
तू क्यों फिरे भुलाया,
उमरा बिता रही है ।
ईश्वर को जान बन्दे,
मालिक तेरा वही है ॥

विषयो की छोड़ आशा,
सब झुटे है तमाशा,
हैरान हु में खुद भी,
अब माया फसा रही है ।
ईष्वर को जान बन्दे,
मालिक तेरा वही है ॥

दुनिया से दिल हटाले,
प्रभु ध्यान में लगा ले,
ब्रम्हानंद मोक्ष पा ले,
कल का पता नही है ।
ईश्वर को जान बन्दे,
मालिक तेरा वही है ॥
* BhaktiBharat Lyrics

ईष्वर को जान बन्दे,
मालिक तेरा वही है,
करले तू याद दिल से,
हर जाम वो सही है ।
ईष्वर को जान बन्दे,
मालिक तेरा वही है ॥
Ishwar Ko Jaan Bande Malik Tera Wahi Hai - Read in English
Ishwar Ko Jaan Bande, Malik Tera Vahi Hai, Karle Tu Yaad Dil Se, Har Jaam Vo Sahi Hai
Bhajan Arya Samaj BhajanVed BhajanVedic BhajanHawan BhajanYagya BhajanMotivational BhajanMorning BhajanDainik BhajanDaily BhajanPrarthana BhajanVandana BhajanSchool BhajanInspirational BhajanShanti Dham BhajanGayatri BhajanGayatri Paiwar BhajanAWGP Pragya Bhajan
अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!


* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

जय जय गणराज मनाऊँ: भजन

जय जय गणराज मनाऊँ, चरणों में शीश नवाऊं, जब तक सांसे हैं तन में, तेरा ही ध्यान लगाऊं, गजानन्द जी हमारे घर आओ, बुलाते है चले आओ ॥

मोरे गणपति गणेश करों किरपा: भजन

मोरे गणपति गणेश करों किरपा, मोरे राजा महाराजा करो किरपा, किरपा करो महाराज गजानन, माँ गौरा के लाल,
गजानन किरपा, मोरे गणपति गणेश करों किरपा मोरे राजा महाराजा करो किरपा ॥

गिरिजा के छैया, गणपति तुम्हे पुकारूँ: भजन

गिरिजा के छैया, गणपति तुम्हे पुकारूँ, पूजूं मैं तुम्हे, आरती तेरी उतारूँ, गिरिजा के छैंया ॥

गौरी के लाला हो, मेरे घर आ जाना: भजन

गौरी के लाला हो, मेरे घर आ जाना, घर आँगन की ओ देवा, शोभा बढ़ा जाना, गौरी के लाला हों, मेरे घर आ जाना ॥

गजानन आ जाओ एक बार: भजन

गजानन आ जाओ एक बार, सभा में तुम्हें बुलाते है ॥