आश्विन माह 2024 (Ashwin Maas 2024)

आश्विन माह वर्ष का सातवां महीना माना जाता है। यह ग्रेगोरियन कैलेंडर के सितंबर-अक्टूबर में आता है। विक्रम संवत के अनुसार भाद्रपद माह की पूर्णिमा के बाद की प्रतिपदा आश्विन माह की पहली तिथि होती है। आश्विन मास का नाम 'अश्विनी' नक्षत्र के कारण ही पड़ा है। 'अश्विनी' हिंदू कैलेंडर में समय की गणना में उपयोग किए जाने वाले 27 नक्षत्रों में से पहला है।आश्विन मास का महत्व
जिस तरह सावन को भगवान शिव का महीना माना जाता है, भाद्रपद को भगवान कृष्ण का महीना माना जाता है, उसी तरह आश्विन महीने को देवी दुर्गा का महीना कहा जाता है। भारत में हर साल चार नवरात्र मनाए जाते हैं, लेकिन आम तौर पर लोग चैत्र और शारदीय नवरात्र को साल में सबसे ज्यादा मानते हैं। शारदीय नवरात्रि आश्विन माह के शुक्ल पक्ष में शुरू होती है और विजयादशमी पर समाप्त होती है। नवरात्रि के दौरान भक्त 9 दिनों तक व्रत रखते हैं और विधि-विधान से मां दुर्गा की पूजा करते हैं।

आश्विन मास का उत्सव
हिंदू धर्म के लोगों के लिए आश्विन मास का विशेष महत्व है। इस माह में पितरों को मुक्ति दिलाने और उन्हें ऊर्जा देने के लिए पितृ पक्ष में श्राद्ध कर्म किया जाता है। पितृ पक्ष आश्विन माह के कृष्ण पक्ष में आता है। मान्यता है कि इस पक्ष में पूर्वज किसी भी रूप में घर पर आ सकते हैं। इसलिए इस एक पखवाड़े (पितृ पक्ष) में किसी भी जीव का अपमान नहीं करना चाहिए। बल्कि अपने द्वार पर आने वाले प्रत्येक प्राणी को भोजन देकर उसका सम्मान करना चाहिए। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, कुंडली में पितृ दोष बहुत महत्वपूर्ण होता है और इसलिए पितरों को मनाने और उनका आशीर्वाद पाने के लिए श्राद्ध कर्म किया जाता है। पितृ पक्ष के दौरान कोई भी नया काम शुरू नहीं किया जाता है। यह पक्ष भाद्रपद शुक्ल पूर्णिमा से प्रारंभ होकर अमावस्या तक चलता है।

आश्विन मास 2024
इस वर्ष आश्विन मास की गणना 19 सितंबर से 17 अक्टूबर 2024 तक है।

आश्विन मास 2024 व्रत, त्यौहार, जयंती और उत्सव
21 सितम्बर 2024 शनिवार - विघ्नराज संकष्टी चतुर्थी
24 सितम्बर 2024 मंगलवार - महालक्ष्मी व्रत सम्पूर्ण,
25 सितम्बर 2024 बुधवार - जीवित्पुत्रिका व्रत
28 सितम्बर 2024 शनिवार - इंदिरा एकादशी
29 सितम्बर 2024 रविवार- प्रदोष व्रत
02 अक्टूबर 2024 बुधवार - सर्वपित्रू अमावस्या, सूर्य ग्रहण *वलयाकार, दर्श अमावस्या, अन्वाधान, आश्विन अमावस्या
03 अक्टूबर 2024 बृहस्पतिवार - नवरात्रि प्रारंभ, घटस्थापना, इष्टी
04 अक्टूबर 2024 शुक्रवार - चन्द्र दर्शन
07 अक्टूबर 2024 सोमवार - उपांग ललिता व्रत
09 अक्टूबर 2024 बुधवार - सरस्वती आवाहन
10 अक्टूबर 2024 बृहस्पतिवार - सरस्वती पूजा
11 अक्टूबर 2024 शुक्रवार - दुर्गा अष्टमी, महानवमी
12 अक्टूबर 2024 शनिवार - सरस्वती विसर्जन, दुर्गा विसर्जन, दशहरा
13 अक्टूबर 2024 रविवार - पापांकुशा एकादशी
14 अक्टूबर 2024 सोमवार - गौण पापांकुशा एकादशी, वैष्णव पापांकुशा एकादशी
15 अक्टूबर 2024 मंगलवार - प्रदोष व्रत
16 अक्टूबर 2024 बुधवार - कोजागर पूजा, शरद पूर्णिमा
17 अक्टूबर 2024 बृहस्पतिवार - तुला संक्रान्ति, आश्विन पूर्णिमा, अन्वाधान
Ashwin Maas 2024 - Read in English
Ashwin is considered the seventh month of the year. It falls in September-October of the Gregorian calendar. According to the Vikram Samvat, the Pratipada after the full moon in the month of Bhadrapada is the first date of the month of Ashwin. Ashwin month has got its name because of 'Ashwini' Nakshatra. 'Ashwini' is the first of the 27 Nakshatras used in the calculation of time in the Hindu calendar.
Blogs Ashwin Maas BlogsMaas BlogsHindu Pavitra Maas BlogsDurga Puja BlogsNavratri BlogsDevi Durga BlogsPitru Paksha Blogs
अगर आपको यह ब्लॉग पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!


* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

ज्योष्ठ माह

पारंपरिक हिंदू कैलेंडर में ज्योष्ठ माह वर्ष का तीसरा महीना होता है। वैदिक ज्योतिष शास्त्र में ज्येष्ठ सूर्य के वृष राशि में प्रवेश के साथ शुरू होता है, और वैष्णव शास्त्र के अनुसार यह वर्ष का दूसरा महीना होता है।

ISKCON

ISKCON संप्रदाय के भक्त भगवान श्री कृष्ण को अपना आराध्य मानते हैं। इनके द्वारा गाये जाने वाले भजन, मंत्र एवं गीतों का कुछ संग्रह यहाँ सूचीबद्ध किया गया है, सभी सनातनी परम्परा के भक्त इसका आनंद लें।

आषाढ़ मास 2024

आषाढ़ मास या आदि हिंदू कैलेंडर का एक महीना है जो ग्रेगोरियन कैलेंडर में जून / जुलाई से मेल खाता है। भारत के कैलेंडर में, यह महीना वर्ष का चौथा महीना होता है।

हिंदू धर्म में अक्षय तृतीया का महत्व

अक्षय तृतीया का महत्व हिंदू धर्म में बहुत खास है। संस्कृत शब्द अक्षय का अर्थ है वह जो कभी कम न हो या अनन्त (एकांत) हो। इस दिन देवी लक्ष्मी की पूजा की जाती है।

भाद्रपद 2024

भाद्रपद माह हिन्दु कैलेण्डर में छठवाँ चन्द्र महीना है। जो भाद्र या भाद्रपद या भादो या भाद्रव के नाम से भी जाना जाता है।