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भाद्रपद 2024 (Bhadrapada 2024)

भाद्रपद माह हिन्दु कैलेण्डर में छठवाँ चन्द्र महीना है। जो भाद्र या भाद्रपद या भादो या भाद्रव के नाम से भी जाना जाता है। ग्रेगोरियन कैलेंडर के अनुसार भाद्रपद माह अगस्त और सितंबर में आता है। भारत के राष्ट्रीय नागरिक कैलेंडर में, भद्रा वर्ष का छठा महीना है। वैदिक ज्योतिष में, भद्रा सूर्य के सिंह राशि में प्रवेश के साथ शुरू होती है और आमतौर पर वर्ष का पाँचवाँ महीना होता है।
भाद्रपद माह का महत्व
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, भाद्रपद महीने पूजा पाठ पर विशेष ध्यान देना चाहिए। धर्मशास्त्र और पंडित बताते हैं कि भादो के महीने में नदियों में स्नान कर गरीबों को दान करना चाहिए। भगवान श्रीकृष्ण की पूजा नियमित करनी चाहिए। उन्हें तुलसी जल चढ़ाना चाहिए। उनसे प्रार्थना करना चाहिए। इस महीने मांगी गई हर इच्छा की पूर्ति भगवान श्रीकृष्ण करते हैं।

भाद्रपद माह का उत्सव
भाद्रपद माह कई खास तीज-त्योहार, व्रत, दिवस, शुभ तिथियां रहती हैं। खास त्योहार में हरतालिका तीज, गणेश चतुर्थी, जन्माष्टमी, जैन पयुर्षण पर्व और अनंत चतुर्दशी का त्योहार रहता है। इसी महीने में अष्टमी तिथि के दिन भगवान श्रीकृष्ण ने रोहिणी नक्षत्र और वृष लग्न में जन्म लिया था। अत: इस माह का महत्व और अधिक बढ़ गया है। इसी के साथ इस माह हरतालिका तीज, जैन पयुर्षण पर्व, अजा एकादशी, श्री गणेश चतुर्थी आदि भी रहेंगे।

2024 भाद्रपद माह
भाद्रपद मास 20 अगस्त 2024 से प्रारंभ होकर 18 सितंबर 2024 को समाप्त होगा।

भाद्रपद मास 2024 व्रत, पर्व, जयंती और उत्सव
20 अगस्त 2024 मंगलवार - इष्टि
22 अगस्त 2024 बृहस्पतिवार - कजरी तीज, बहुला चतुर्थी, हेरम्ब संकष्टी चतुर्थी
24 अगस्त 2024 शनिवार - बलराम जयन्ती
25 अगस्त 2024 रविवार - भानु सप्तमी
26 अगस्त 2024 सोमवार - कृष्ण जन्माष्टमी
27 अगस्त 2024 मंगलवार - दही हाण्डी
29 अगस्त 2024 बृहस्पतिवार - अजा एकादशी
31 अगस्त 2024 शनिवार - प्रदोष व्रत
2 सितम्बर 2024 सोमवार - पिठोरी अमावस्या, दर्श अमावस्या, अन्वाधान, भाद्रपद अमावस्या
6 सितम्बर 2024 शुक्रवार - वराह जयन्ती, हरतालिका तीज
7 सितम्बर 2024 शनिवार - गणेश चतुर्थी
8 सितम्बर 2024 रविवार - ऋषि पञ्चमी
10 सितम्बर 2024 मंगलवार - ललिता सप्तमी
11 सितम्बर 2024 बुधवार - महालक्ष्मी व्रत आरम्भ, दूर्वा अष्टमी, राधा अष्टमी
14 सितम्बर 2024 शनिवार - परिवर्तिनी एकादशी
15 सितम्बर 2024 रविवार - वामन जयन्ती, प्रदोष व्रत
16 सितम्बर 2024 सोमवार - विश्वकर्मा पूजा, कन्या संक्रान्ति
17 सितम्बर 2024 मंगलवार - गणेश विसर्जन, अनन्त चतुर्दशी, पूर्णिमा श्राद्ध, अन्वाधान
18 सितम्बर 2024 बुधवार - पितृपक्ष प्रारम्भ, चन्द्र ग्रहण *आंशिक, भाद्रपद पूर्णिमा, इष्टि

Bhadrapada 2024 in English

Bhadrapada maas is the sixth lunar month in the Hindu calendar. Which is also known as Bhadra or Bhadrapada or Bhado or Bhadrav.
यह भी जानें

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श्रावण मास 2024

श्रावण मास हिंदू कैलेंडर का पांचवां महीना है। हिंदुओं के लिए श्रावण का महीना उपवास का महीना होता है और कई हिंदू हर सोमवार को भगवान शिव और हर मंगलवार को देवी पार्वती का उपवास करते हैं।

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आइए जानें! सावन शिवरात्रि से जुड़ी कुछ जानकारियाँ एवं सम्वन्धित कुछ प्रेरक तथ्य.. | सावन शिवरात्रि: Friday, 2 August 2024

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तुलाभारम क्या है, तुलाभारम कैसे करें?

तुलाभारम और तुलाभरा जिसे तुला-दान के नाम से भी जाना जाता है, एक प्राचीन हिंदू प्रथा है यह एक प्राचीन अनुष्ठान है। तुलाभारम द्वापर युग से प्रचलित है। तुलाभारम का अर्थ है कि एक व्यक्ति को तराजू के एक हिस्से पर बैठाया जाता है और व्यक्ति की क्षमता के अनुसार बराबर मात्रा में चावल, तेल, सोना या चांदी या अनाज, फूल, गुड़ आदि तौला जाता है और भगवान को चढ़ाया जाता है।

हिंदू धर्म में पूजा से पहले संकल्प क्यों लिया जाता है?

संकल्प का सामान्य अर्थ है किसी कार्य को करने का दृढ़ निश्चय करना। हिंदू धर्म में परंपरा है कि किसी भी तरह की पूजा, अनुष्ठान या शुभ कार्य करने से पहले संकल्प लेना बहुत जरूरी होता है।

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