मुंबई की ग्रामदेवी माँ मुंबा देवी यहाँ के नागरिकों की संरक्षक देवी है, जो इन्हें समुद्र से तथा अन्य रूप में आने वाली हर परेशानी से सुरक्षित रखतीं हैं। यहाँ तक कि, मुंबई का नाम भी देवी मुंबा के नाम पर ही प्रसिद्ध हुआ है। प्रारंभिक रूप में श्री मुंबा देवी मंदिर अभी की स्थिति से दूर मेंजिस जगह में बनाया गया था। मंदिर का वर्तमान स्वरूप श्री पांडु सेठ द्वारा दान में दी गई भूमि पर बना है। मुंबई में रहिने और आने वाले हर व्यक्ति को माँ के दर्शन जरूर करना चाहिए, माँ मुंबा नगर देवी होने के कारण यहाँ रहने वालों की रक्षक देवी हैं।
मंदिर में देवी के चांदी से बने वाहन प्रतिदिन बदले जाता हैं। सोमवार को नंदी, मंगलवार को हाथी, बुधवार को मुर्गा, गुरूवार को गरुड़, शुक्रवार को हंस, शनिवार को हाथी, रविवार को सिंह पर माँ सुशोभित होतीं हैं।
मुंबा देवी मंदिर का इतिहास:
❀ मंदिर के मुख्य देवी मुंबा देवी हैं, जिन्हें देवी शक्ति का एक रूप माना जाता है। उन्हें मछुआरा समुदाय (कोली) की संरक्षक देवी माना जाता है, जो मुंबई के शुरुआती निवासियों में से एक थे।
❀ यह मंदिर देवी अम्बा के सम्मान में बनाया गया था। मूल मंदिर का निर्माण 14वीं शताब्दी (लगभग 1368 ई.) में एक स्थानीय शासक ने करवाया था। बाद में, आक्रमणकारियों द्वारा ध्वस्त किए जाने के बाद, 1737 में इसके वर्तमान स्थान पर इसका पुनर्निर्माण किया गया। मुंबई नाम \"मुंबा\" (देवी) + \"आई\" (मराठी में माँ) से बना है।
❀ मुंबा देवी की मूर्ति बिना मुख वाली है, जो मौन अवस्था में देवी की शक्ति और सामर्थ्य का प्रतीक है। वह आभूषणों और फूलों से सुसज्जित हैं और चाँदी के छत्र वाले सिंहासन पर विराजमान हैं।
मुंबा देवी मंदिर में दर्शन का समय
❀ मंदिर प्रतिदिन सुबह 6:30 बजे से रात 8:45 बजे तक खुला रहता है।
❀ मंगलवार विशेष रूप से शुभ होते हैं, क्योंकि इस दिन बड़ी संख्या में भक्त आते हैं।
❀ मंदिर में देवी के चांदी से बने वाहन प्रतिदिन बदले जाता हैं। सोमवार को नंदी, मंगलवार को हाथी, बुधवार को मुर्गा, गुरूवार को गरुड़, शुक्रवार को हंस, शनिवार को हाथी, रविवार को सिंह पर माँ सुशोभित होतीं हैं।
मुंबा देवी मंदिर के मुख्य उत्सव
मुंबा देवी मंदिर में नवरात्रि मुख्य उत्सव है, जिसमें भक्त व्यापक रूप से भाग लेते हैं। मंदिर के चारों ओर फूलों, आभूषणों और पारंपरिक वस्तुओं से सजाया जाता है। अक्षय तृतीया भी बहुत धूमधाम से मनाई जाती है। मुंबा देवी मंदिर न केवल एक पूजा स्थल है, बल्कि एक सांस्कृतिक स्थल भी है, जो मुंबई की पहचान और उत्पत्ति से गहराई से जुड़ा हुआ है।
मुंबा देवी मंदिर कैसे पहुँचें
मुंबई शहर के किसी भी हिस्से से मुंबा देवी मंदिर तक ऑटो रिक्शा या कैब किराए पर लेना काफी आसान है। अगर आप लोकल ट्रेन चुन रहे हैं, तो आप चर्नी रोड स्टेशन या चर्चगेट स्टेशन पर उतर सकते हैं। चर्नी रोड स्टेशन सबसे नज़दीक है और मंदिर से दस मिनट की दूरी पर है।
यात्रा से पहले विचार करने योग्य बातें
❀ जो लोग मुंबई घूमने आते हैं, वे मुंबादेवी के दर्शन ज़रूर करते हैं।
❀ मंदिर का रखरखाव बहुत अच्छा है तथा व्यस्त समय में भी भीड़ का प्रबंधन सुचारू रूप से होता है।
❀ सप्ताहांत में दर्शन में मुश्किल से 1-2 घंटे लगते हैं।
❀ यह स्थान भीड़-भाड़ वाला है और मस्जिद रेलवे स्टेशन से लगभग 10-15 मिनट की पैदल दूरी पर है।
प्रचलित नाम: श्री मुंबा देवी मंदिर