Shri Ram Bhajan

माँ की महिमा अपरम्पार - भजन (Maa Ki Mahima Aprampaar)


माँ की महिमा अपरम्पार - भजन
माँ की महिमा अपरम्पार, भगत के कष्ट मिटाती है..2
कष्ट मिटाती है,माँ दुखडे दूर भगाती है माँ की ..2
माँ की महिमा अपरम्पार, भगत के कष्ट मिटाती है..
कटरा में वो वास है करती, होके सिंह सवार..2
बाण गंगा का अमृत पानी, सबका करे उद्वार..2
कठिन चढाई तुम भी चढ़लो..2, हो जाये बेडा पार
माँ की ..2,माँ की महिमा अपरम्पार, भगत के कष्ट मिटाती है..

हमने सुना तु भेद ना करती, रखती सबका मान...2
देखे न राजा रंक न देखे, सब है एक समान.. 2
भाव से तुम भी माँ को मना लो, पूरी करती आस
माँ की ..2,माँ की महिमा अपरम्पार, भगत के कष्ट मिटाती है..

ध्यान ने पूजा, श्रीधर पूजे, पूजे तेरा नन्दलाल...2
देवी देवता मंगल गावे, करे तेरी जयकार..2
शंकर तेरे भजन है गाता..2, रख दे सिर में हाथ
माँकी ..2, माँ की महिमा अपरम्पार, भगत के कष्ट मिटाती है..

Singer:-Shankar Yadav
Music:-Ujjawal Kumar
Lyrics:-Shankar Yadav

Maa Ki Mahima Aprampaar in English

Maan Ki Mahima Aparampar, Bhagat Ke Kasht Mitati Hai..
यह भी जानें

Bhajan Navratri BhajanMaa Sherawali BhajanDurga Puja BhajanMaa Durga BhajanJagran BhajanMata Ki Chauki BhajanShukravar BhajanFriday BhajanVaishno Devi BhajanMaa Durga BhajanMata Rani Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

सर को झुकालो, शेरावाली को मानलो - भजन

सर को झुकालो, शेरावाली को मानलो, चलो दर्शन पालो चल के। करती मेहरबानीयाँ..

वर दे, वीणा वादिनि वर दे: सरस्वती वंदना

वर दे, वीणावादिनि वर दे । प्रिय स्वतंत्र रव, अमृत मंत्र नव, भारत में भर दे ।...

जिनका मैया जी के चरणों से संबंध हो गया: भजन

जिनका मैया जी के चरणों से संबंध हो गया । उनके घर में आनंद ही आनंद हो गया..

मैया को अपने घर बुलाएंगे: भजन

मैया को अपने घर बुलाएंगे, सारे मिलकर माँ का लाड़ लड़ाएंगे ॥

मुंदरां

चेलें देखदे, कन्नां चों, वग्दा दूध जी, गोरख, देखे मुदरां नूं ॥ पौणाहारी गया, मोर उत्ते उड़् जी, गोरख, देखे मुदरां नूं...

कभी राम बनके, कभी श्याम बनके - भजन

कभी राम बनके कभी श्याम बनके, चले आना प्रभुजी चले आना, तुम राम रूप में आना..

भगवन लौट अयोध्या आए..

भगवन चौदह बरस वन वास, भगवन लौट अयोध्या आए । वो बागन-बागन आए, और सूखे बाग हरियाए..

Durga Chalisa - Durga Chalisa
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP