Haanuman Bhajan

रम गयी माँ मेरे रोम रोम में - भजन (Ram Gayi Maa Mere Rom Rom Main)


रम गयी माँ मेरे रोम रोम में - भजन
रम गयी माँ मेरे रोम रोम में,
रम गयी माँ मेरे रोम रोम में
रम गयी माँ मेरे रोम रोम में,
रम गयी माँ मेरे रोम रोम में
मेरी सांसो में अम्बे के नाम की धारा बहती
इसीलिए तो मेरी जिह्वा हर समय ये कहती
॥ रम गयी माँ मेरे रोम रोम में ॥

जहा भी जाऊ, जिधर भी देखू
जहा भी जाऊं, जिधर भी देखू

अष्टभुजी माता के, ये रंग ऐसा जिसके
आगे और सभी रंग फीके भक्तो
और सभी रंग फीके भक्तो,
और सभी रंग फीके भक्तो

आंधी आये तूफ़ान आया,
पर ना भरोसा ना डोला
नाम दीवाना भक्त जानू,
यही झूम के बोला
॥ रम गयी माँ मेरे रोम रोम में ॥

दुःख सुख भक्तो, इस जीवन को
दुःख सुख भक्तो, इस जीवन को,
एक बराबर लागे
मंन में माँ की ज्योति जगी है,
इधर उधर क्यों भागे
इधर उधर क्यों भागे,
इधर उधर क्यों भागे

सपने में जब वैष्णों माँ ने,
अध्भुत रूप दिखाया
मस्ती में बावरे हो कर श्रीधर ने फरमाया
॥ रम गयी माँ मेरे रोम रोम में ॥

मंन चाहे अब, मंन चाहे अब
माँ के दर का मैं सेवक बनजाऊ
माँ के भक्तो की सेवा में सारी उम्र बिताओ
सारी उम्र बिताओ,
सारी उम्र बिताओ

छिन्न मस्तिका चिंता हरणी नैनन बीच समायी
मस्ताना हो भाई दास ने ये ही रत लगाईं
॥ रम गयी माँ मेरे रोम रोम में ॥

मेरी सांसो में अम्बे के नाम की धारा बहती
इसीलिए तो मेरी जिह्वा हर समय ये कहती

रम गयी माँ मेरे रोम रोम में
रम गयी माँ मेरे रोम रोम में

दुर्गा चालीसा | आरती: जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी | आरती: अम्बे तू है जगदम्बे काली | महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् | माता के भजन

Ram Gayi Maa Mere Rom Rom Main in English

Ram Gayi Maa Mere Rom Rom Me, Meri Sanso me Ambe Ke Naam Ki Dhara Bahti, Isliye to Meri Jihva Har Samay Ye Kahti...
यह भी जानें

Bhajan Maa Durga BhajanMata BhajanNavratri BhajanMaa Sherawali BhajanDurga Puja BhajanJagran BhajanMata Ki Chauki BhajanShukravar BhajanFriday BhajanAshtami BhajanGupt Navratri Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

पूजन गौरी चली सिया प्यारी - भजन

पूजन गौरी चली सिया प्यारी, संग सखिन के जनक नंदिनी, चली मुदित मनहारी..

राम को देख कर के जनक नंदिनी, और सखी संवाद - भजन

राम को देख कर के जनक नंदिनी, बाग में वो खड़ी की खड़ी रह गयी। थे जनक पुर गये देखने के लिए...

दे दो अंगूठी मेरे प्राणों से प्यारी - भजन

दे दो अंगूठी मेरे प्राणों से प्यारी, इसे लाया है कौन, इसे लाया है कौन..

चित्रकूट के घाट-घाट पर, शबरी देखे बाट - भजन

चित्रकूट के घाट घाट पर, शबरी देखे बाट, राम मेरे आ जाओ, राम मेरे आ जाओ...

मैं तो संग जाऊं बनवास, स्वामी - भजन

मैं तो संग जाऊं बनवास, स्वामी ना करना निराश, पग पग संग जाऊं जाऊं बनवास...

प्रेम हो तो श्री हरि का प्रेम होना चाहिए - भजन

प्रेम हो तो श्री हरि का प्रेम होना चाहिए, जो बने विषयों के प्रेमी उनको रोना चाहिए, मखमली गद्दे पे सोये ऐश और आराम से..

सीता राम जी के आरती उतारूँ ए सखी - भजन

सीता राम जी के आरती उतारूँ ए सखी, केकरा के राम बबुआ केकरा के लछुमन, केकरा के भरत भुवाल ए सखी..

Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Bhakti Bharat APP