Shri Ram Bhajan
गूगल पर भक्ति भारत को अपना प्रीफ़र्ड सोर्स बनाएँ

मत रोवै ए धौली धौली गाँ - भजन (Mat Rove Aie Dholi Dholi Gay)


मत रोवै ए धौली धौली गाँ - भजन
मत रोवे ऐ धौली धौली गाय,
दुनियाँ में अड़े कोई ना सुखी,
मत रोवे ऐ धौली धौली गाय,
दुनियाँ में अड़े कोई ना सुखी,
मैं तो एकली खड़ी बण में,
आज मेरा कोई नहीं धणी,
दुनियाँ में अड़े कोई ना सुखी ।
मैं तो वृन्दावन में जाया करती,
मैं तो हरी हरी दूब चरा करती,
मैं तो जमुना का नीर पिया करती,
मैं तो बंसरी की धुन सुण के,
खूब उगाळा करती ।

मत रोवे ऐ धौली धौली गाय,
दुनियाँ में अड़े कोई ना सुखी ।

मैं तो नन्द गाँव में जाया करती,
मेरा राधा दूध निकाला करती,
मैं छह सर दूध दिया करती,
वा राधा खीर बनाया करती,
वा ते सबते पहले हे,
मैंने ही चखाया करती ।

मत रोवे ऐ धौली धौली गाय,
दुनियाँ में अड़े कोई ना सुखी ।

मैं तो नन्द गाँव में जाया करती,
हुड़े दूध गुजरी बिलोया करती,
हुड़े कृष्ण भोग लगाया करता,
वो तो सबते पहल्या हे,
मैंने ही जिमाया करता ।

मत रोवे ऐ धौली धौली गाय,
दुनियाँ में अड़े कोई ना सुखी ।

मैं तो वृन्दावन में जाया करती,
हुड़े कृष्ण रास रचाया करता,
हुड़े राधा रानी नाच्या करती,
मैं तो बंसरी की धुन सुनकर,
नाच दिखाया करती ।

मत रोवे ऐ धौली धौली गाय,
दुनियाँ में अड़े कोई ना सुखी ।

मैं तो चंद्रभान की चेली सूं,
बिना डर के फिरूं अकेली सूं,
कदे आवे कृष्ण काला,
देखू मैं तो बाट खड़ी ।

मत रोवे ऐ धौली धौली गाय,
दुनियाँ में अड़े कोई ना सुखी ।

मैं तो एकली खड़ी बण में,
आज मेरा कोई नहीं धणी,
मैं तो एकली खड़ी बण में,
आज मेरा कोई नहीं धणी,

Mat Rove Aie Dholi Dholi Gay in English

Mat Rove Ai Dhauli Dhauli Gaay, Duniyaan Mein Ade Koi Na Sukhee, Main To Ekalee Khadee Baan Mein..
यह भी जानें

Bhajan Gopashtami BhajanShri Krishna BhajanBrij BhajanBhagwat BhajanGau BhajanGau Mata BhajanDhenu BhajanHaryanavi BhajanNarender Kaushik Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

बजरंग बाण

निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान। तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥

वो राम धुन में मगन है रहते: भजन

वो राम धुन में मगन है रहते, लगन प्रभु की लगा रहे है, वो राम जी के चरण में रहते, प्रभु के कारज बना रहे है, वो राम धुन में मगन हैं रहते, लगन प्रभु की लगा रहे है ॥

थे हो राम नाम मस्ताना: भजन

थे हो राम नाम मस्ताना, मैं हूँ थारा घणा दीवाना, ओ बालाजी थारा चरणा, में है म्हारा ठिकाना जी, थे हों राम नाम मस्ताना, मैं हूँ थारा घणा दीवाना ॥

बजा कर राम का डंका, जला दो फिर से लंका: भजन

राम सिया के काज सँवारे बजरंगी, तेरी जय जग करता है, जलाई तुमने लंका, बजा कर राम का डंका, जला दो फिर से लंका,
बजा दो फिर से डंका, हे बजरंगी हे हनुमंता ॥

छम छम नाचे हनुमान, बजे रे पग पैजनिया: भजन

छम छम नाचे हनुमान, बजे रे पग पैजनिया, राम का करे गुणगान, बजे रे पग पैजनिया, छम छम नाचें हनुमान,
बजे रे पग पैजनिया ॥

करने वंदन चरणों में बजरंगी, दर पे हम तेरे रोज आएंगे - भजन

करने वंदन चरणों में बजरंगी, दर पे हम तेरे रोज आएंगे ॥

बालाजी के चरणों में ये काम कर दिया: भजन

बालाजी के चरणों में ये काम कर दिया, एक दिल था वो भी इनके नाम कर दिया ॥

Ganesh Aarti Bhajan - Ganesh Aarti Bhajan
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP