Download Bhakti Bharat APP

दर्द किसको दिखाऊं कन्हैया - भजन (Dard Kisako Dikhaun Kanaiya)


दर्द किसको दिखाऊं कन्हैया - भजन
दर्द किसको दिखाऊं कन्हैया,
कोई हमदर्द तुमसा नहीं है,
दुनिया वाले नमक है छिड़कते,
कोई मरहम लगाता नहीं है ।
दर्द किसकों दिखाऊँ कन्हैया,
कोई हमदर्द तुमसा नहीं है ॥
किसको बैरी कहूं किसको अपना,
झूठे वादे है सारे ये सपना,
अब तो कहने में आती शरम है,
रिश्ते नाते ये सारे भरम है,
देख खुशियां मेरी ज़िंदगी की,
रास अपनों को आती नहीं है ।
दर्द किसकों दिखाऊँ कन्हैया,
कोई हमदर्द तुमसा नहीं है ॥

ठोकरों पर है ठोकर खाया,
जब भी दिल दुसरो से लगाया,
हर कदम पे है सबने गिराया,
सबने स्वारथ का रिश्ता निभाया,
तुझसे नैना लड़ाना कन्हैया,
दुनिया वालो को भाता नहीं है ।
दर्द किसकों दिखाऊँ कन्हैया,
कोई हमदर्द तुमसा नहीं है ॥

दर्द किसको दिखाऊं कन्हैया,
कोई हमदर्द तुमसा नहीं है,
दुनिया वाले नमक है छिड़कते,
कोई मरहम लगाता नहीं है ।
दर्द किसकों दिखाऊँ कन्हैया,
कोई हमदर्द तुमसा नहीं है ॥

Dard Kisako Dikhaun Kanaiya in English

Dard Kiskon Dikhaun Kanhaiya, Koi Hamdard Tumsa Nahin Hai ॥ Duniya Wale Namak Hai Chhidakte |
यह भी जानें

Bhajan Shri Krishna BhajanBrij BhajanBaal Krishna BhajanBhagwat BhajanJanmashtami BhajanLaddu Gopal BhajanRadhashtami BhajanShri Radha Krishna BhajanShri Shayam BhajanFalgun Mela Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

रचा है श्रष्टि को जिस प्रभु ने - भजन

रचा है सृष्टि को जिस प्रभु ने, वही ये सृष्टि चला रहे है, जो पेड़ हमने लगाया पहले...

राम को देख कर के जनक नंदिनी: भजन

राम को देख कर के जनक नंदिनी, बाग में वो खड़ी की खड़ी रह गयी। यज्ञ रक्षा में जा कर के मुनिवर के संग...

मैं तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की - माँ संतोषी भजन

मैं तो आरती उतारूँ रे संतोषी माता की। जय जय संतोषी माता जय जय माँ॥

मैया ओढ़ चुनरिया लाल, के बैठी कर सोलह श्रृंगार: भजन

मैया ओढ़ चुनरिया लाल, के बैठी कर सोलह श्रृंगार, बड़ी प्यारी लागे, बड़ी सोणी लागे, बड़ी प्यारी लागे, बड़ी सोणी लागे ॥

सुन मेरी मात मेरी बात - भजन

सुन मेरी मात मेरी बात, छानी कोणी तेरे से, आँखड़ली चुराके मैया, जासी कठे मेरे से ॥

माँ तू है अनमोल: भजन

माँ तू है अनमोल, जो जाने मेरे बोल, माँ तेरा ना कोई मोल, तू तो प्रेम की मूरत है, माँ तू प्रेम की मूरत है ॥

तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये - भजन

साँची ज्योतो वाली माता, तेरी जय जय कार। तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये, मैं आया मैं आया शेरा वालिये।

Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Durga Chalisa - Durga Chalisa
×
Bhakti Bharat APP