Shri Ram Bhajan

वाक् देवी हे कलामयी हे सुबुद्धि सुकामिनी - भजन (Vak Devi He Kalamayee He Buddhi Sukamini)


वाक् देवी हे कलामयी हे सुबुद्धि सुकामिनी - भजन
वाक् देवी हे कलामयी
हे सुबुद्धि सुकामिनी
ज्ञान रूपे सुधि अनूपे
हे सरस्वती नामिनी !
वाक् देवी हे कलामयी
हे सुबुद्धि सुकामिनी
बसू अधर'मे भाव'घर'मे शुद्ध ह्रदय सँवारि दे
ज्ञान गंगा भरि दिय'
माँ विद्या भरि भरि शारदे
करू इजोरे सभ डगरि मे
घेरि रहलै जामिनी !

वाक् देवी हे कलामयी
हे सुबुद्धि सुकामिनी

पाणि वीणा पाणि पुस्तक
हंस वाहिनी वागीशे
राग लय सुर निर्झरी बहबू
हे माँ हमरो दिशे
माय देखियौ द्वंद्व एहिमन
करू शमन हरि-वामिनी !

वाक् देवी हे कलामयी
हे सुबुद्धि सुकामिनी

छल प्रपञ्चसँ दूर रहि रहि
किछु करी जगले सदा
जे देलौं माँ ज्ञान सुधि बुधि
बाँटि दी ओ सर्वदा
फूटय नै शिव के अधर सँ
दोख कुबुद्धि के दामिनी !

वाक् देवी हे कलामयी
हे सुबुद्धि सुकामिनी
Singer: Madhvi Madhukar Jha
Lyrics : Shiv Kumar Jha'Tillu'

Vak Devi He Kalamayee He Buddhi Sukamini in English

Vaak Devi Hey Kalamayi Hey Subuddhi Sukaamini Gyaan Rupe Sudhi Anupe Hey Saraswati Naamini !
यह भी जानें

Bhajan Maa Saraswati BhajanSchool BhajanCollege BhajanSaraswati Shishu Mandir BhajanVasant Panchami BhajanBasant Panchami BhajanSaraswati Puja BhajanSaraswati Jayanti BhajanMadhvi Madhukar Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

भज गोविन्दम्, भज गोविन्दम् - भजन

भज गोविन्दम् भज गोविन्दम्, गोविन्दं भज मूढ़मते..

मुरली बजा के मोहना - भजन

मुरली बजा के मोहना, क्यों कर लिया किनारा। अपनों से हाय कैसा...

पवनसुत राम के प्यारे हो:भजन

पवनसुत राम के प्यारे हो, पवनसुत राम के प्यारे हो ये कहती दुनियाँ सारी है, तेरे जैसा और ना कोई संकट हारी है,
पवनसुत राम के प्यारे हो, पवनसुत राम के प्यारे हो ये कहती दुनियाँ सारी है, पवनसुत राम के प्यारे हो ॥

तुम भी बोलो गणपति, और हम भी बोले गणपति - भजन

मानिये पहले गजानन, गजवदन हे गणपति, जिसने भी दिल से पुकारा, दुखहरण हे गणपति, जिसने भी दिल से पुकारा, दुखहरण हे गणपति, तुम भी बोलो गणपति, और हम भी बोले गणपति ॥

अपना है सेठ गणपति लाला: भजन

शिव शंकर सूत देव गणपति, देवो में बलकारी, सबसे पहले तेरा सुमिरण, करती दुनिया सारी, देवो में देव है निराला, अपना है सेठ गणपति लाला, अपना है सेठ गणपति लाला ॥

गौरी के लाड़ले - भजन

गौरी के लाड़ले, महिमा तेरी महान, करता है सबसे पहले, पूजा तेरी जहान, गौरी के लाडले, महिमा तेरी महान ॥

पधारों म्हारे अंगना जी - भजन

आओ आओ गणपति महाराज, पधारों म्हारे अंगना जी, कबसे रस्ता रहे है निहार, कबसे रस्ता रहे है निहार, पधारों म्हारे अंगना जी, आओ आओ देवों के सरताज, पधारों म्हारे अंगना जी ॥

Shri Krishna Bhajan - Shri Krishna Bhajan
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP