Shri Hanuman Bhajan

गोगा नवमी क्या है? (What is Goga Navami?)

भाद्रपद महीने में श्री कृष्ण जन्माष्टमी के दूसरे दिन तथा दही हंडी उत्सव के दिन गोगा (गुग्गा) नवमी मनाई जाती है। राजस्थान में गोगा जी लोकप्रिय देवता हैं जो की 'जहरवीर गोगा जी' के नाम से भी प्रसिद्ध हैं। गोगामेड़ी राजस्थान के हनुमानगढ़ जिले का एक कस्बा है। यहां भादों शुक्ल पक्ष की नवमी को गोगाजी देवता का मेला लगता है। इस दिन श्री जहरवीर गोगाजी की जयंती बड़े उत्साह के साथ मनाई जाती है।
राजस्थान के अलावा पंजाब और हरियाणा समेत हिमाचल प्रदेश के कुछ इलाकों में भी यह त्योहार बड़ी श्रद्धा और आस्था के साथ मनाया जाता है। गोगा देवता को नागों का देवता माना जाता है। इसलिए इस दिन नागों की पूजा की जाती है। ऐसा माना जाता है कि पूजा स्थल की मिट्टी को घर में रखने से सांपों के भय से मुक्ति मिलती है। पौराणिक मान्यता के अनुसार गोगा जी महाराज की पूजा करने से सर्पदंश का खतरा नहीं होता है।

कैसे करें पूजा?
⦿ नवमी के दिन स्नान करने के बाद या तो घर में गोगा देव की मिट्टी की मूर्ति लाकर या घोड़े पर सवार वीर गोगा जी के चित्र की रोली, चावल, फूल, गंगाजल आदि से पूजा करनी चाहिए।
⦿ खीर, चूरमा, पकौड़ी आदि चढ़ाएं।
⦿ गोगा जी के घोड़े पर श्रद्धापूर्वक चने की दाल चढ़ाएं।

गोगा जी की कथा सुनकर भक्त नागदेवता की पूजा करते हैं। ऐसा माना जाता है कि जो कोई भी सच्चे मन से नागों के देवता की पूजा करता है, गोगा जी महाराज उनकी सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।

What is Goga Navami? in English

Goga (Gugga) Navami is celebrated on the second day of Shri Krishna Janmashtami in the month of Bhadrapada.
यह भी जानें

Blogs Goga Navami BlogsGogaji. Goga Maharaj BlogsGuga Navami Blogs

अगर आपको यह ब्लॉग पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस ब्लॉग को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

सावन शिवरात्रि 2025

आइए जानें! सावन शिवरात्रि से जुड़ी कुछ जानकारियाँ एवं सम्वन्धित कुछ प्रेरक तथ्य.. | सावन शिवरात्रि: Friday, 2 August 2024

कांवर यात्रा की परंपरा किसने शुरू की?

धार्मिक ग्रंथों में माना जाता है कि भगवान परशुराम ने ही कांवर यात्रा की शुरुआत की थी। इसीलिए उन्हें प्रथम कांवरिया भी कहा जाता है।

नया हनुमान मन्दिर का प्राचीन इतिहास

नया हनुमान मन्दिर को उन्नीसवीं शती के आरम्भ में सुगन्धित द्रव्य केसर विक्रेता लाला जटमल द्वारा 1783 में बनवाया गया।

भगवान जगन्नाथ का नीलाद्रि बीजे अनुष्ठान क्या है?

नीलाद्रि बीजे, वार्षिक रथ यात्रा उत्सव के अंत और भगवान जगन्नाथ की गर्भगृह में वापसी को चिह्नित करता है या फिर आप भगवान जगन्नाथ और उनकी प्यारी पत्नी माँ महालक्ष्मी के बीच एक प्यारी सी कहानी बता सकते हैं।

ISKCON एकादशी कैलेंडर 2025

यह एकादशी तिथियाँ केवल वैष्णव सम्प्रदाय इस्कॉन के अनुयायियों के लिए मान्य है | ISKCON एकादशी कैलेंडर 2025

पुरी जगन्नाथ के गुंडिचा रानी और नाकचणा कथा

श्रीगुंडिचा मंदिर की दीवार के सामने दो द्वार हैं। एक 'सिंहद्वार' और दूसरा 'नाकचणा द्वार'। 'श्रीगुंडिचायात्रा' के दिन मंदिर के सिंहद्वार से तीन रथ निकलते हैं और गुंडिचा मंदिर के सिंहद्वार की ओर बढ़ते हैं।

दही हांडी महोत्सव

त्योहार गोकुलाष्टमी, जिसे कृष्ण जन्माष्टमी के नाम से जाना जाता है, कृष्ण के जन्म और दही हांडी उत्सव का जश्न मनाते है।

Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Bhakti Bharat APP