Shri Ram Bhajan
गूगल पर भक्ति भारत को अपना प्रीफ़र्ड सोर्स बनाएँ

बगलामुखी मन्त्र (Bagalamukhi Mantra)


Add To Favorites Change Font Size
एकाक्षरी बगलामुखी मन्त्र [ 1 अक्षर वाला मन्त्र ]
ह्लीं॥
त्र्यक्षर बगलामुखी मन्त्र [ 3 अक्षरों वाला मन्त्र ]
ॐ ह्लीं ॐ॥

चतुराक्षर बगलामुखी मन्त्र [ 4 अक्षरों वाला मन्त्र ]
ॐ आं ह्लीं क्रों॥

पञ्चाक्षर बगलामुखी मन्त्र [ 5 अक्षरों वाला मन्त्र ]
ॐ ह्रीं स्त्रीं हुं फट्॥

अष्टाक्षर बगलामुखी मन्त्र [ 8 अक्षरों वाला मन्त्र ]
ॐ आं ह्लीं क्रों हुं फट् स्वाहा॥

नवाक्षर बगलामुखी मन्त्र [ 9 अक्षरों वाला मन्त्र ]
ह्रीं क्लीं ह्रीं बगलामुखि ठः॥

एकादशाक्षर बगलामुखी मन्त्र [ 11 अक्षरों वाला मन्त्र ]
ॐ ह्लीं क्लीं ह्लीं बगलामुखि ठः ठः॥

बगलामुखी गायत्री मन्त्र
ह्लीं बगलामुखी विद्महे दुष्टस्तंभनी धीमहि तन्नो देवी प्रचोदयात्॥
यह भी जानें

Mantra Baglamukhi MantraMaa Baglamukhi MantraGupt Navratri MantraNavratri MantraDurga Puja MantraBaglamukhi Jayanti MantraPitambara Mantra

अन्य प्रसिद्ध बगलामुखी मन्त्र वीडियो

पूज्या साध्वी डॉ.विश्वेश्वरी देवी जी

अगर आपको यह मंत्र पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस मंत्र को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

मंत्र ›

संकट मोचन हनुमानाष्टक

बाल समय रवि भक्षी लियो तब।.. लाल देह लाली लसे, अरु धरि लाल लंगूर।...

हनुमान द्वादश नाम स्तोत्रम - मंत्र

हनुमान जी के 12 नाम | हनुमान द्वादश नाम | हनुमानद्वादशनाम स्तोत्र | Hanumaan 12 naam |

ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय - हनुमान मंत्र

ॐ नमो हनुमते रुद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय । सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा ॥

श्री हनुमान हृदय मालिका

पवन पुत्र हनुमान विचित्र | कृपा कटाक्ष अत्र तत्र सर्वत्र ॥१॥ परम वैष्णव राम शुद्ध भक्त | विशाल देह तुम अतीव शक्त ॥२॥

श्रीहनुमत् पञ्चरत्नम्

आदि गुरु शंकराचार्य द्वारा रचित श्री हनुमत पञ्चरत्नं स्तोत्र में भगवान श्री हनुमान की विशेषता के बारे में बताया गया हैं। वीताखिल-विषयेच्छं जातानन्दाश्र पुलकमत्यच्छम् ..

ऋण मोचक मङ्गल स्तोत्रम्

श्री मङ्गलाय नमः ॥ मङ्गलो भूमिपुत्रश्च ऋणहर्ता धनप्रदः । स्थिरासनो महाकयः सर्वकर्मविरोधकः ॥..

श्री हनुमान स्तवन - श्रीहनुमन्नमस्कारः

प्रनवउँ पवनकुमार खल बन पावक ज्ञानघन ।.. गोष्पदी कृत वारीशं मशकी कृत राक्षसम् ।..

Ganesh Aarti Bhajan - Ganesh Aarti Bhajan
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP