पितृ पक्ष - Pitru Paksha

श्री राम मन्त्र (Shri Ram Mantra)


भगवान राम हिन्दु धर्म में पूजे जाने वाले सर्वाधिक लोकप्रिय देवताओं में से एक हैं। प्रत्येक घर में, आदर्श मानव जीवन के प्रतीक के रूप में, भगवान राम की पूजा-अर्चना की जाती है।
भक्तगण, श्री राम जी की कृपा प्राप्ति हेतु, राम मन्त्र का जाप करते हैं। भगवान राम के कुछ मन्त्र अत्यधिक लोकप्रिय हैं, क्योंकि इन मन्त्रों को अत्यधिक प्रभावशाली माना जाता है।

1. राम मूल मन्त्र
ॐ श्री रामाय नमः॥

2. राम तारक मन्त्र
श्री राम जय राम जय जय राम॥

3. राम गायत्री मन्त्र
ॐ दशरथये विद्महे सीतावल्लभाय धीमहि,
तन्नो राम प्रचोदयात्॥

4. राम ध्यान मन्त्र
ॐ आपदामपहर्तारम् दाताराम् सर्वसम्पदाम्।
लोकाभिरामम् श्रीरामम् भूयो-भूयो नमाम्यहम्॥

5. कोदण्ड राम मन्त्र
श्री राम जय राम कोदण्ड राम॥

Shri Ram Mantra in English

Bhagwan Ram is one of the most popular deities worshipped in Hinduism. In every household, bhagwan Ram is worshipped as a symbol of ideal human life.
यह भी जानें
भावार्थ:

Mantra Shri Ram Mantra MantraNarayan MantraMangalam MantraShri Hari MantraShri Ram MantraShri Krishna Mantra

अगर आपको यह मंत्र पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस मंत्र को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

मंत्र ›

महालया महिषासुर मर्दिनी - बीरेंद्र कृष्ण भद्र द्वारा

या देवी सर्वभूतेषु विष्णुमायेति शब्दिता । नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः ॥ 1॥

महामृत्युंजय मंत्र

मंत्र के 33 अक्षर हैं जो महर्षि वशिष्ठ के अनुसार 33 कोटि(प्रकार)देवताओं के द्योतक हैं।

मंत्र: अलसस्य कुतः विद्या

अलसस्य कुतः विद्या, अविद्यस्य कुतः धनम्। अधनस्य कुतः मित्रम्अ...

येषां न विद्या न तपो न दानं

येषां न विद्या न तपो न दानं ज्ञानं न शीलं न गुणो न धर्मः। ते मर्त्यलोके भुविभारभूता...

शांति मंत्र

ॐ द्यौ: शान्तिरन्तरिक्षँ शान्ति:, पृथ्वी शान्तिराप: शान्तिरोषधय: शान्ति:।...

लिङ्गाष्टकम्

ब्रह्ममुरारिसुरार्चितलिङ्गं निर्मलभासितशोभितलिङ्गम्।

श्री गंगा स्तोत्रम्

देवि सुरेश्वरि भगवति गङ्गे त्रिभुवनतारिणि तरलतरङ्गे। शङ्करमौलिविहारिणि विमले मम मतिरास्तां तव पदकमले॥

Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Ganesh Aarti Bhajan - Ganesh Aarti Bhajan
Bhakti Bharat APP