
जय अम्बे ब्रह्मचारिणी माता।जय चतुरानन प्रिय सुख दाता॥ ब्रह्मा जी के मन भाती हो।ज्ञान सभी को सिखलाती हो॥
Aarti
श्री जगन्नाथ आरती - चतुर्भुज जगन्नाथ
चतुर्भुज जगन्नाथ, कंठ शोभित कौसतुभः ॥ पद्मनाभ, बेडगरवहस्य, चन्द्र सूरज्या बिलोचनः
Aarti
जगजननी जय! जय!! (मा! जगजननी जय! जय!!)। भयहारिणि, भवतारिणि, भवभामिनि जय! जय!!॥
Aarti
आरती श्री वृषभानुसुता - राधा आरती
आरती श्री वृषभानुसुता की, मंजुल मूर्ति मोहन ममता की ॥ त्रिविध तापयुत संसृति नाशिनि..
Aarti
आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन - भोग आरती
आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन, भिलनी के बैर सुदामा के तंडुल, रूचि रूचि भोग लगाओ प्यारे मोहन…
Aarti
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं - आरती
श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं, हे गिरिधर तेरी आरती गाऊं । आरती गाऊं प्यारे आपको रिझाऊं, श्याम सुन्दर तेरी आरती गाऊं ।..
Aarti
दीन दुखिन के तुम रखवाले,संकट जग के काटन हारे। बालाजी के सेवक जोधा,मन से नमन इन्हें कर लीजै।
Aarti
गगन मै थालु रवि चंदु दीपक बने तारिका मंडल जनक मोती ॥ धूपु मल आनलो पवणु चवरो करे सगल बनराइ फूलंत जोती ॥...
Aarti
आरती (Aarti, Arti, arati) is a special love, benevolence and gratitude songs which is the part of puja ritual with ghee or oil deepak (lamp). , divine elements or Guru (spiritual teacher). Bhakti Bharat updates you 71+ aarti lyrics.