गजानंद जी ने, ल्यावो रे मनाय, वारी जाऊं: भजन (Gajanand Ji Ne Lavo Re Manay Vari Jaun)


गजानंद जी ने,
ल्यावो रे मनाय,
वारी जाऊं चरणन में,
चरणन में देवा चरणन में,
गजानँद जी ने,
ल्यावो रे मनाय,
वारी जाऊं चरणन में ॥सूंड सुंडाला दुंद दूण्डाला,
म्हारी सभा में रंग बरसाय,
वारी जाऊं चरणन में,
गजानँद जी ने,
ल्यावो रे मनाय,
वारी जाऊं चरणन में ॥

पार्वती रा पुत्र हो प्यारा,
शिव शंकर रा राज दुलार,
वारी जाऊं चरणन में,
गजानँद जी ने,
ल्यावो रे मनाय,
वारी जाऊं चरणन में ॥

चढ़न चढ़ावा चूरमो,
थारे लड्डुवन रो भोग लगाय,
वारी जाऊं चरणन में,
गजानँद जी ने,
ल्यावो रे मनाय,
वारी जाऊं चरणन में ॥

रणत भवन स्यूं आवो गजानंद,
रिद्धि सिद्धि ने संग में लाय,
वारी जाऊं चरणन में,
गजानँद जी ने,
ल्यावो रे मनाय,
वारी जाऊं चरणन में ॥

गजानंद जी ने,
ल्यावो रे मनाय,
वारी जाऊं चरणन में,
चरणन में देवा चरणन में,
गजानँद जी ने,
ल्यावो रे मनाय,
वारी जाऊं चरणन में ॥
Gajanand Ji Ne Lavo Re Manay Vari Jaun - Read in English
Gajanand Ji Ne, Lavo Re Manay, Vari Jaun Charanan Mein, Charanan mein deva charanan mein, Gajanand Ji Ne, Lavo Re Manay, Vari Jaun Charanan Mein ॥
Bhajan Vighneswaray BhajanShri Ganesh BhajanShri Vinayak BhajanGanpati BhajanGanpati Bappa BhajanGaneshotsav BhajanGajanan BhajanGanesh Chaturthi BhajanChaturthi Bhajan
अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!


* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

मनोज मुंतशिर रचित भए प्रगट कृपाला दीनदयाला रीमिक्स

श्री राम जानकी कथा ज्ञान की, श्री रामायण का ज्ञान, भए प्रगट कृपाला दीनदयाला, कौसल्या हितकारी । जुग-जुग से हमने पलक बिछायी, तुम्हरी राह बुहारी

स्वीकार हमें करले, हम दुखड़ो के मारे है - भजन

स्वीकार हमें करले, हम दुखड़ो के मारे है, तू कह दे कहाँ जाएं, बस तेरे सहारे है, स्वीकार हमे करले, हम दुखड़ो के मारे है ॥

बांके बिहारी की देख छटा - भजन

बांके बिहारी की देख छटा, मेरो मन है गयो लटा पटा। कब से खोजूं बनवारी को...

गोरी सुत गणराज पधारो: भजन

गोरी सुत गणराज पधारो, आके सारे काज सवारों, तुझको आना होगा, तुझको आना होगा ॥

गणपति पधारो ताता थैया करते: भजन

गणपति पधारो ताता थैया करते, ताता थैया करते, ठुमक ठुमक पग धरते, गणपति पधारो ताता थैया करते, आप के पधारने से बिगड़े काम संवरते, गणपति पधारो ताता थैया करते ॥