राम भजन - जग गयी, जग गयी, राम ज्योती जग गयी (Ram Bhajan - Jag Gayi, Jag Gayi, Ram Jyoti Jag Gayi)


प्रकाश जग मे हुआ अंधकार मिट गया
राम कि कृपा हुई आरम्भ राम युग हुआप्रकाश जग मे हुआ अंधकार मिट गया
राम कि कृपा हुई आरम्भ राम युग हुआ

धन्यवाद भाव से तिनो लोक भर गये
राम राम जप जप युग सारे तर गये

राम जी का आगमन अयोध्या सारी सज गयी
जग गयी जग गयी
राम ज्योती जग गयी
जग गयी जग गयी
राम ज्योती जग गयी

राम नाम मे मगन ध्यान सुरती लग गयी
जग गयी जग गयी
राम ज्योती जग गयी
जग गयी जग गयी
राम ज्योती जग गयी

जग गये जन जन
हुआ राम मय मन मन
पल पल क्षण क्षण
तन मन अर्पण

विधी का विधान देखो हुआ राम आगमन
पुण्य से प्रारब्ध से हो रहा... युग परिवर्तन

राम नाम मे मगन ध्यान सुरती लग गयी
जग गयी जग गयी
राम ज्योती जग गयी
जग गयी जग गयी
राम ज्योती जग गयी

प्रकाश जग मे हुआ अंधकार मिट गया
राम कि कृपा हुई आरम्भ राम युग हुआ
धन्यवाद भाव से तिनो लोक भार गये
राम राम जप जप युग सारे तर गये

राम जी का आगमन अयोध्या सारी सज गयी
जग गयी जग गयी
राम ज्योती जग गयी
जग गयी जग गयी
राम ज्योती जग गयी

राम नाम मे मगन ध्यान सुरती लग गयी
जग गयी जग गयी
राम ज्योती जग गयी
जग गयी जग गयी
राम ज्योती जग गयी

जग गयी जग गयी
राम ज्योती जग गयी
जग गयी जग गयी
राम ज्योती जग गयी
Ram Bhajan - Jag Gayi, Jag Gayi, Ram Jyoti Jag Gayi - Read in English
Ram Ji Ka Aagman Ayodhya Saari Saj Gayi, Jag Gayi Jag Gayi, Ram Jyoti Jag Gayi
Bhajan Ayodhya BhajanDiwali BhajanRam Mandir BhajanShri Ram BhajanShri Raghuvar BhajanRam Navmi BhajanVijay Dashami BhajanSunderkand BhajanRamcharitmanas Katha BhajanAkhand Ramayana BhajanKailash Kher Bhajan
अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!


* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

पूजन गौरी चली सिया प्यारी - भजन

पूजन गौरी चली सिया प्यारी, संग सखिन के जनक नंदिनी, चली मुदित मनहारी..

सीता राम, सीता राम, सीताराम कहिये - भजन

सीता राम सीता राम सीताराम कहिये, जाहि विधि राखे राम ताहि विधि रहिये।...

ले चल अपनी नागरिया, अवध बिहारी साँवरियाँ: भजन

ले चल अपनी नागरिया, अवध बिहारी साँवरियाँ । लें चल अपनी नागरिया ।..

जो प्रेम गली में आए नहीं: भजन

जो प्रेम गली में आए नहीं, प्रियतम का ठिकाना क्या जाने, जिसने कभी प्रेम किया ही नहीं...

घर आये राम लखन और सीता - भजन

घर आये राम लखन और सीता, अयोध्या सुन्दर सज गई रे, सुन्दर सज गई रे अयोध्या...