Shri Ram Bhajan

भोले दी बारात चली ए - भजन (Bhole Di Barat Chali E)


भोले दी बारात चली ए - भजन
बम भोले, बम भोले, बम भोले बम बम,
बम भोले, बम भोले, बम भोले बम॥
आ जाओ, नाच लो जी,
सारे आ के, नाच लो जी,
भोले की बारात चली है॥
बारात, चली है, बारात, चली है॥
हो आ जाओ, नाच लो,
आ जाओ, नाच लो जी...
अलग रूप बनाया शिव ने,
गले में सर्प लहराया शिव ने॥
माथे चाँद, हाथ में त्रिशूल,
हर चीज़ पर, कृपा बनी है,
हो आ जाओ, नाच लो,
आ जाओ, नाच लो जी...

बैल पे चढ़ा, बन के दूल्हा,
तन पे भस्म, आँखों में गहरा रंग॥
देवी-देव संग, भूत और प्रेत ने,
बाराती बने, झूम रहे हैं,
हो आ जाओ, नाच लो,
आ जाओ, नाच लो जी...

राजू भी, हरी पुरियाँ लाए,
साहिब शिव की, महिमा गाए॥
चढ़ी सबको, खुमारी ऐसी नाम की जी,
मस्ती में, हुए टल्ली हैं,
हो आ जाओ, नाच लो,
आ जाओ, नाच लो जी...

Bhole Di Barat Chali E in English

Bam Bhole, Bam Bhole, Bam Bhole Bam Bam, Bam Bhole, Bam Bhole, Bam Bhole Bam ॥
यह भी जानें

Bhajan Shiv BhajanBholenath BhajanMahadev BhajanShivaratri BhajanSavan BhajanMonday BhajanSomvar BhajanSolah Somvar BhajanBhole Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

शिव शंकर तुम कैलाशपति: भजन

शिव शंकर तुम कैलाशपति, है शीश पे गंग विराज रही, शिव शंकर तुम कैलाश-पति, है शीश पे गंग विराज रही ॥

राम भजन - राम का रत जगा, रत जगा राम का

राम का रत जगा, रत जगा राम का, गाओ बधाई शुभ घडी आयी, पलं पलं निसदिन हो राहा सुमिरन..

मैं दो-दो माँ का बेटा हूँ: भजन

मैं दो-दो माँ का बेटा हूँ, दोनों मैया बड़ी प्यारी है । एक माता मेरी जननी है, एक जग की पालनहारी है ॥

तेरे चरणों में सर को, झुकाता रहूं: भजन

तेरे चरणों में सर को, झुकाता रहूं, तू बुलाता रहे, और मैं आता रहूं ॥

लौट के आजा नंद के दुलारे - भजन

लौट के आजा नंद के दुलारे, उम्मीद लगाए, ना जाने मेरो, लाला कब आए ॥

खुल गये सारे ताले वाह क्या बात हो गयी: भजन

खुल गये सारे ताले वाह क्या बात हो गयी, जबसे जन्मे कन्हैया करामात हो गयी, था घनघोर अँधेरा कैसी रात हो गयी, जबसे जन्मे कन्हैया करामात हो गयी ॥

डगमग डोले जीवन नैया बीच फँसी मझधार - भजन

डगमग डोले जीवन नैया बीच फँसी मझधार, पार लगा दे खाटू वाले थाम के तू पतवार..

Aditya Hridaya Stotra - Aditya Hridaya Stotra
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP