Hanuman Chalisa
Aditya Hridaya Stotra -

गुरु बिन घोर अँधेरा संतो: भजन (Guru Bina Ghor Andhera Re Santo)


गुरु बिन घोर अँधेरा संतो: भजन
गुरु बिन घोर अँधेरा संतो,
गुरु बिन घोर अँधेरा जी ।
बिना दीपक मंदरियो सुनो,
अब नहीं वास्तु का वेरा हो जी ॥
जब तक कन्या रेवे कवारी,
नहीं पुरुष का वेरा जी ।
आठो पोहर आलस में खेले,
अब खेले खेल घनेरा हो जी ॥

मिर्गे री नाभि बसे किस्तूरी,
नहीं मिर्गे को वेरा जी ।
रनी वनी में फिरे भटकतो,
अब सूंघे घास घणेरा हो जी ॥

जब तक आग रेवे पत्थर में,
नहीं पत्थर को वेरा जी ।
चकमक छोटा लागे शबद री,
अब फेके आग चोपेरा हो जी ॥

रामानंद मिलिया गुरु पूरा,
दिया शबद तत्सारा जी ।
कहत कबीर सुनो भाई संतो,
अब मिट गया भरम अँधेरा हो जी ॥

Guru Bina Ghor Andhera Re Santo in English

Guru Bin Ghor Andhera Santo, Guru Bin Ghor Andhera Ji । Bina Deepak Mandriyo Suno...
यह भी जानें

Bhajan Guru BhajanGurudev BhajanMarwadi BhajanRajasthani BhajanGuru Purnima BhajanAsha Vaishnav BhajanVyasa Purnima BhajanSant Ravidas BhajanRavidas Jayanti Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

भक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

श्री राम धुन में मन तू: भजन

श्री राम धुन में मन तू, जब तक मगन ना होगा, भव जाल छूटने का, तब तक जतन ना होगा ॥

अब ना बानी तो फिर ना बनेगी - भजन

अब ना बानी तो फिर ना बनेगी, नर तन बार बार नहीं मिलता, हीरा सा जनम क्यों विरथा गवायों..

राम रस बरस्यो री, आज म्हारे आंगन में

राम रस बरस्यो री, आज म्हारे आंगन में । जाग गये सब सोये सपने, सभी पराये हो गये अपने,

जल जाये जिह्वा पापिनी, राम के बिना: भजन

राम बिना नर ऐसे जैसे, अश्व लगाम बिना । जल जाये जिह्वा पापिनी..

अमृत को छोड़ कर, जहर काहे पीजे: भजन

अमृत को छोड़ कर, जहर काहे पीजे, राम नाम लीजे, और सदा मौज कीजे II

सियारानी का अचल सुहाग रहे - भजन

सियारानी का अचल सुहाग रहे। मैया रानी का अचल सुहाग रहे। राजा राम जी के सिर पर ताज रहे। जब तक पृथ्वी अहिषीश रहे...

बधैया बाजे आँगने में: भजन

बधैया बाजे आँगने में, बधैया बाजे आँगने मे II चंद्रमुखी मृगनयनी अवध की, तोड़त ताने रागने में, बधैया बाजे आँगने मे..

Hanuman Chalisa -
Shri Ram Stuti -
×
Bhakti Bharat APP