Hanuman Chalisa
Shri Ram Stuti -

हे मेरे गुरुदेव करुणा सिन्धु करुणा कीजिये - भजन (He Mere Gurudev Karuna Sindhu Karuna Keejiye)


हे मेरे गुरुदेव करुणा सिन्धु करुणा कीजिये - भजन
गुरुर्ब्रह्मा ग्रुरुर्विष्णुः, गुरुर्देवो महेश्वरः ।
गुरुः साक्षात् परं ब्रह्म, तस्मै श्री गुरवे नमः ॥
सत् गुरुदेव श्रद्धा सुमन अर्पण:
मेरे गुरुदेव चरणों पर , सुमन श्रद्धा के अर्पित हैं ।
तेरी ही देन है जो है , तेरे चरणों पे अर्पित है ॥

न प्रीति है प्रतीति है , नहीं पूजन की शक्ति है ।
मेरा यह मन मेरा यह तन , मेरा जीवन समर्पित है ॥

तेरी इच्छाएँ हों मेरी मेरे सब कर्म हों तेरे ।
बना ले यंत्र अब मुझको मेरा कण कण समर्पित है ॥

तुम्ही हो भाव में मेरे विचारों में पुकारों में ।
तेरे चरणों पे हे गुरुवर मेरा सर्वस्व अर्पित है ॥

गुरु याचना:
हे मेरे गुरुदेव करुणा सिन्धु करुणा कीजिये ।
हूँ अधम आधीन अशरण, अब शरण में लीजिये ॥

खा रहा गोते हूँ मैं भवसिन्धु के मझधार में ।
आसरा है दूसरा कोई न अब संसार में ॥
मुझमें है जप तप न साधन और नहीं कुछ ज्ञान है ।
निर्लज्ता है एक बाकी और बस अभिमान है ॥
पाप बोझे से लदी नैया भँवर में जा रही ।
नाथ दौड़ो, अब बचाओ जल्द डूबी जा रही ॥
॥ हे मेरे गुरुदेव करुणा सिन्धु ...॥

आप भी यदि छोड़ देंगे फिर कहाँ जाऊँगा मैं ।
जन्म-दुःख से नाव कैसे पार कर पाऊँगा मैं ॥
सब जगह "मंजुल" भटक कर, ली शरण प्रभु आपकी ।
पार करना या न करना, दोनों मर्जी आपकी ॥
॥ हे मेरे गुरुदेव करुणा सिन्धु ...॥

आप ही माता पिता प्रभु आप ही भगवान हो ।
सर्व सुख दाता सखा भ्राता हो सद्गुरु प्राण हो ॥
प्रभु आपके उपकार का हम ऋण चुका सकते नहीं ।
बिनु कृपा के शांति सुख का सार पा सकते नहीं ॥
॥ हे मेरे गुरुदेव करुणा सिन्धु ...॥

दीजिए वह भक्ति हमको सद्गुणी संसार में ।
मन हो मंजिल धर्म में अरू तन लगे उपकार में ॥

हे मेरे गुरुदेव करुणा सिन्धु करुणा कीजिये।
हूँ अधम आधीन अशरण अब शरण में लीजिये ॥

He Mere Gurudev Karuna Sindhu Karuna Keejiye in English

Hai Mere Gurudev Karuna Sindhu Karuna Kijiye । Hun Adham Adhin Ashran Ab Sharan Mein Lijiye
यह भी जानें

Bhajan Guru BhajanGurudev BhajanGuru Purnima BhajanVyasa Purnima BhajanSant Ravidas BhajanRavidas Jayanti Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

भक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

श्री राम धुन में मन तू: भजन

श्री राम धुन में मन तू, जब तक मगन ना होगा, भव जाल छूटने का, तब तक जतन ना होगा ॥

अब ना बानी तो फिर ना बनेगी - भजन

अब ना बानी तो फिर ना बनेगी, नर तन बार बार नहीं मिलता, हीरा सा जनम क्यों विरथा गवायों..

राम रस बरस्यो री, आज म्हारे आंगन में

राम रस बरस्यो री, आज म्हारे आंगन में । जाग गये सब सोये सपने, सभी पराये हो गये अपने,

जल जाये जिह्वा पापिनी, राम के बिना: भजन

राम बिना नर ऐसे जैसे, अश्व लगाम बिना । जल जाये जिह्वा पापिनी..

अमृत को छोड़ कर, जहर काहे पीजे: भजन

अमृत को छोड़ कर, जहर काहे पीजे, राम नाम लीजे, और सदा मौज कीजे II

सियारानी का अचल सुहाग रहे - भजन

सियारानी का अचल सुहाग रहे। मैया रानी का अचल सुहाग रहे। राजा राम जी के सिर पर ताज रहे। जब तक पृथ्वी अहिषीश रहे...

बधैया बाजे आँगने में: भजन

बधैया बाजे आँगने में, बधैया बाजे आँगने मे II चंद्रमुखी मृगनयनी अवध की, तोड़त ताने रागने में, बधैया बाजे आँगने मे..

Hanuman Chalisa -
Shri Ram Stuti -
×
Bhakti Bharat APP