साँची ज्योतो वाली माता, तेरी जय जय कार। तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये, मैं आया मैं आया शेरा वालिये।
अम्बे कहा जाये जगदम्बे कहा जाये, बोल मेरी मैया तुझे क्या कहा जाये ॥
आज है जगराता माई का, माँ को मना लेना, अरे ऐ भईया जी, जरा ताली बजा लेना, हाथ उठा के जोर लगा, जयकारे लगा लेना,
अरे ऐ बहना जी, जरा ताली बजा लेना ॥
द्वारे चलिए मैया के, द्वारे चलिए, ले आया सावन का महीना, लेने नज़ारे चलिए, द्वारे चलिए मईया के, द्वारे चलिए ॥
आए मैया के नवराते, हो रहे घर घर में, हो रहे घर घर में जगराते, रिझाते मैया को, रिझाए मैया को झूमते गाते, गूंज रही भक्तो की,
गूंज रही भक्तो की जय जयकार, सजा है माता का, सजा है माता का दरबार ॥
दृष्टि हम पे दया की माँ डालो, बडी संकट की आई घड़ी है, द्वार पर तेरे हम भी खड़े है...
जिन भवानी माँ, थारी महिमा न्यारी है, थाने पुजे दुनिया सारी है ॥