Shri Ram Bhajan
गूगल पर भक्ति भारत को अपना प्रीफ़र्ड सोर्स बनाएँ

सबसे ऊंची प्रेम सगाई - भजन (Bhajan: Sabse Unchi Prem Sagai)


सबसे ऊंची प्रेम सगाई - भजन
सबसे ऊंची प्रेम सगाई,
सबसे ऊंची प्रेम सगाई ।
दुर्योधन के मेवा त्याग्यो,
साग विदुर घर खाई ।
सबसे ऊंची प्रेम सगाई ।

जूठे फल शबरी के खाये,
बहु विधि स्वाद बताई ।
सबसे ऊंची प्रेम सगाई ।

राजसूय यज्ञ युधिष्ठिर कीन्हा,
तामे जूठ उठाई ।
सबसे ऊंची प्रेम सगाई ।

प्रेम के बस पारथ रथ हांक्यो,
भूल गये ठकुराई ।
सबसे ऊंची प्रेम सगाई ।

ऐसी प्रीत बढ़ी वृन्दावन,
गोपियन नाच नचाई ।
सबसे ऊंची प्रेम सगाई ।

प्रेम के बस नृप सेवा कीन्हीं,
आप बने हरि नाई ।
सबसे ऊंची प्रेम सगाई ।

सूर क्रूर एहि लायक नाहीं,
केहि लगो करहुं बड़ाई ।
सबसे ऊंची प्रेम सगाई ।

Bhajan: Sabse Unchi Prem Sagai in English

Sabase Unchi Prem Sagai । Duryodhan Ke Mewa Tyagyo, Saag Vidur Ghar Khai..
यह भी जानें

Bhajan Shri Vishnu BhajanShri Krishna BhajanBrij BhajanBaal Krishna BhajanBhagwat BhajanJanmashtami BhajanShri Shayam BhajanJagjit Singh Bhajan

अन्य प्रसिद्ध सबसे ऊंची प्रेम सगाई - भजन वीडियो

सबसे ऊंची प्रेम सगाई - जया किशोरी

भजन सबसे ऊँची प्रेम सगाई - पूज्य श्री देवकीनंदन ठाकुर जी

सबसे ऊंची प्रेम सगाई - सृष्टि भंडारी

सबसे ऊंची प्रेम सगाई - वर्षा श्रीवास्तव

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

काशी में कैलाशी - भजन

बम भोले बम भोले, कैलाश का वासी, बम भोले, मिलता है जो काशी, बम भोले, धमारू पर नाचे झूम-झूम, कर दूर उदासी, बम भोले

भोलेनाथ है वो मेरे, भोलेनाथ हैं: भजन

हर इक डगर पे हरपल, जो मेरे साथ हैं, भोलेनाथ है वो मेरे, भोलेनाथ हैं, देवों के देव हैं वो, नाथों के नाथ हैं, भोलेनाथ हैं वो मेरे, भोलेनाथ हैं ॥

ऐसी सुबह ना आए, आए ना ऐसी शाम: भजन

ऐसी सुबह ना आए, आए ना ऐसी शाम। जिस दिन जुबा पे मेरी, आए ना शिव का नाम॥

शिव पूजा में मन लीन रहे मेरा- भजन

शिव पूजा में मन लीन रहे मेरा मस्तक हो और द्वार तेरा, मिट जाए जन्मों की तृष्णा मिले भोले शंकर प्यार तेरा।

डमरू बजाया - भजन

ऐसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने, सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया, सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया, सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया,
ऐंसा डमरू बजाया भोलेनाथ ने, सारा कैलाश पर्वत मगन हो गया ॥

सदा झोलियां भरते दे वरदान जी- भजन

सदा झोलियां भरते दे वरदान जी, श्री इच्छापूर्ण पीपल वाले हनुमान जी, श्री इच्छापूर्ण पीपल वाले हनुमान जी ॥

ये अटल भरोसा प्यारे, खाली ना जाएगा: भजन

ये अटल भरोसा प्यारे, खाली ना जाएगा, तू राम नाम का सुमिरन कर, हनुमान आएगा, तू राम नाम का सुमिरन कर,
हनुमान आएगा ॥

Shiv Chalisa - Shiv Chalisa
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP