Shri Ram Bhajan

श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल - भजन (Shri Govardhan Wasi Sanwarey Lal)


श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल - भजन
श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल,
तुम बिन रह्यो न जाय हो ॥
बृजराज लडेतोलाडिले ॥
बंक चिते मुसकाय के लाल,
सुंदर वदन दिखाय ॥
लोचन तल पे मीन ज्यों लाल,
पलछिन कल्प बिहाय हो ॥१॥

श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल..

सप्त स्वर बंधान सों लाल,
मोहन वेणु बजाय ॥
सुरत सुहाइ बांधिके नेक,
मधुरे मधुर स्वर गाय हो ॥२॥

श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल..

रसिक रसीली बोलनी लाल,
गिरि चढि गैयां बुलाय ॥
गांग बुलाइ धूमरी नेंक,
ऊँची टेर सुनाय हो ॥३॥

श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल..

दृष्टि परी जा दिवसतें लाल,
तबते रुचे नहिं आन ॥
रजनी नींद न आवही मोहे,
बिसर्यो भोजन पान हो ॥४॥

दर्शन को यनुमा तपे लाल,
बचन सुनन को कान हो ।
मिलिवे को हीयरो तपे मेरे,
जिय के जीवन प्राण हों ॥५॥

श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल..

मन अभिलाषा ह्वे रही लाल,
लगत नयन निमेष ॥
एकटक देखूं आवतो प्यारो,
नागर नटवर भेष हों ॥६॥

श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल..

पूर्ण शशि मुख देख के लाल,
चित चोट्यो बाही ठोर ॥
रूप सुधारस पान के लाल,
सादर चंद्र चकोर हो ॥७॥

लोक लाज कुल वेद की लाल,
छांड्यो सकल विवेक ॥
कमल कली रवि ज्यों बढे लाल,
क्षणु क्षणु प्रीति विशेष हो ॥८॥

श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल..

मन्मथ कोटिक वारने लाल,
देखी डगमग चाल ॥
युवती जन मन फंदना लाल,
अंबुज नयन विशाल ॥९॥

श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल..

यह रट लागी लाडिले लाल,
जैसे चातक मोर ॥
प्रेम नीर वर्षाय के लाल,
नवघन नंदकिशोर हो ॥१०॥

श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल..

कुंज भवन क्रीडा करे लाल,
सुखनिधि मदन गोपाल ॥
हम श्री वृंदावन मालती लाल,
तुम भोगी भ्रमर भूपाल हो ॥११॥

श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल..

युग युग अविचल राखिये लाल,
यह सुख शैल निवास ॥
श्री गोवर्धनधर रूप पें,
बलजाय चतुर्भुज दास ॥१२॥

श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल..
- चतुर्भुजदास

आरती कुंजबिहारी की | आओ भोग लगाओ प्यारे मोहन | श्री बांके बिहारी तेरी आरती गाऊं | आरती श्री बाल कृष्ण जी की | ॐ जय जगदीश हरे | मधुराष्टकम्: धरं मधुरं वदनं मधुरं | कृष्ण भजन | अच्चुतम केशवं कृष्ण दामोदरं | श्री कृष्णा गोविन्द हरे मुरारी

Shri Govardhan Wasi Sanwarey Lal in English

Shri Govardhan Wasi Sanwary Lal, Tum Bin Rahyo Na Jaay Ho ॥ Brjraaj Ladetoladile ॥
यह भी जानें

Bhajan Shri Krishna BhajanBrij BhajanBaal Krishna BhajanBhagwat BhajanJanmashtami BhajanLaddu Gopal BhajanRadhashtami BhajanPhalguna BhajanIskcon BhajanChaturbhuj Das BhajanShri Govardhan BhajanDiwali BhajanGovardhan Puja Bhajan

अन्य प्रसिद्ध श्री गोवर्धन वासी सांवरे लाल - भजन वीडियो

पदम् श्री स्वामी रामस्वरूप शर्मा

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

ମିଛ ଦୁନିଆରେ ଗୋଟିଏ ସତ - भजन

ମିଛ ଦୁନିଆରେ ଗୋଟିଏ ସତ (୨), ଜଗନ୍ନାଥ ସେ ମୋ ଜଗନ୍ନାଥ (୨)

राधे रानी के चक्कर में श्याम जानना बन गया रे - भजन

राधे रानी के चक्कर में श्याम जानना बन गया रे, चूड़ी वेचन गया महल में अरे महंगा पड़ गया रे, राधे रानी के चक्कर में श्याम जानना बन गया रे

आई सिंघ पे सवार: भजन

आई सिंघ पे सवार, मईया ओढ़े चुनरी, ओढ़े चुनरी, मईया ओढ़े चुनरी , आई सिंघ पे सवार मईया ॥

आया हूं मैया दर पे तुम्हारे: भजन

आया हूं मैया दर पे तुम्हारे, सब कुछ मैं अपना छोड़के, तुमसे मिलने को ॥

तेरी भक्ति का है कमाल मेरी मां: भजन

सब मुझेे पूछते हैं क्यों मैं इतना मुस्कुराऊं, मेरी मां का है यह प्यार जितना चाहूं बढ़के पाऊं, सदा दुख से मैं रहूं बेख्याल मेरी मां,
सब तेरी भक्ति, तेरा लाल हो गया है निहाल मेरी मां ॥

माई सबके बाल गोपाल, सदा खुशहाल रहे - भजन

माई सबके बाल गोपाल, सदा खुशहाल रहे, खुशहाल रहे मालामाल रहे, माईं सबके बाल गोपाल, सदा खुशहाल रहे ॥

तोरे ऊंचे भुवन बने मात भवानी: भजन

तोरे ऊंचे भुवन बने मात भवानी, मोर नचत है बागों में ॥ माँ के मंदिर पे कंचन कलश धरे, वहां चन्दन के जड़े है किवाड़ भवानी,
मोर नचत है बागों में ॥

Durga Chalisa - Durga Chalisa
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP