Haanuman Bhajan

नवरात्रि व्रत के भोजन और लाभ (Navratri Vrat Foods and Benefits)

नवरात्रि व्रत के भोजन और लाभ
नवरात्रि का पवित्र त्योहार मां दुर्गा को समर्पित है। यह हिन्दू धर्म का एक बहुत ही महत्वपूर्ण त्यौहार है। चैत्र नवरात्रि 30th मार्च से शुरू हो रही है और 7th अप्रैल 2025 तक चलेगी। यदि आप नवरात्रि के पूरे 9 दिनों तक उपवास करने की सोच रहे हैं, तो यहां कुछ स्नैक्स, फल और खाद्य पदार्थ हैं जिनका सेवन आप नवरात्रि के दौरान कर सकते हैं। ये खाद्य पदार्थ आपके शरीर को उसकी आवश्यकता के अनुसार सही मात्रा में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और विटामिन प्रदान करते हैं।
व्रत के भोजन की सूची:
दूध
नवरात्रि व्रत के दौरान स्वस्थ और ऊर्जावान बने रहने के लिए जरूरी है कि आप तरल पदार्थ का सेवन करें। नवरात्रि के दौरान दूध या दूध से बनी चीजों का सेवन किया जाता है। दूध शरीर को प्रचुर मात्रा में प्रोटीन प्रदान करता है, जो आपको नवरात्रि के नौ दिनों तक भोजन के बिना भी कमजोरी महसूस नहीं होने देता है।

साबूदाना
नवरात्रि के दौरान साबूदाना का सेवन बहुत फायदेमंद होता है क्योंकि इसमें अच्छी मात्रा में स्टार्च होता है, जो शरीर को भरपूर ऊर्जा देता है। व्रत के दौरान इसका सेवन करने से कमजोरी और ब्लड प्रेशर की समस्या नहीं होगी।

कुट्टू आटा
कुट्टू के आटे से बना भोजन उच्च प्रोटीन और फाइबर के साथ एक ग्लूटेन-मुक्त पावरहाउस है, जबकि सिंघाड़ा आटा कैलोरी में कम, पोटेशियम और एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होता है।

सूखे मेवे
व्रत के दौरान भक्तों को सूखे मेवे खाने की सलाह दी जाती है। काजू, बादाम और किशमिश का सेवन करने से पेट काफी देर तक भरा रहता है। ये आपको नवरात्रि व्रत के दौरान ऊर्जावान बनाए रखते हैं। साथ ही इनके सेवन से पोषक तत्व भी मिलेंगे और ऊर्जा भी बनी रहेगी।

समक चावल
सामक चावल से बने व्यंजन बहुत हल्के और पौष्टिक होते हैं. स्वास्थ्य विशेषज्ञों के अनुसार, समक चावल अन्य अनाजों की तुलना में उच्च मात्रा में फाइबर प्रदान करता है, जो स्वस्थ पाचन में मदद करता है और नवरात्रि चैत्र व्रत के दौरान पेट को लंबे समय तक भरा रखता है।

व्रत खाखरा
व्रत खाखरा व्रत के दौरान किसी भी दिन या खासकर नवरात्रि के दौरान खाया जा सकता है। इसमें मोरइयो/भागर/सिंघाड़े के आटे, साबूदाना से बने ये खाखरे का इस्तेमाल किया गया है।

साबूदाना मिश्रण चिवड़ा
साबूदाना एक ऐसी सामग्री है, जो चैत्र नवरात्रि के दौरान खूब खाया जाता है। चिवड़ा से खिचड़ी, नमकीन और कई अन्य व्यंजन बनाकर खाए जाते हैं।

उपवास के दौरान हाइड्रेटेड रहने के लिए पानी पिएं
गर्मी का मौसम है और खाली पेट व्रत करने से डिहाइड्रेशन की समस्या हो सकती है। इसलिए शरीर को पर्याप्त मात्रा में पानी उपलब्ध कराना जरूरी है। व्रत के दौरान शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए दिन भर में कम से कम 8 गिलास पानी पिएं।

नवरात्रि व्रत के दौरान कमजोरी से बचने के लिए आप ऊपर बताए गए इन खाद्य पदार्थों और किसी भी फल का सेवन कर सकते हैं। इसके सेवन से आपको कमजोरी महसूस नहीं होगी और आप पूरा दिन ऊर्जावान बने रहेंगे।

Navratri Vrat Foods and Benefits in English

Food items that you can consume during Navratri. It provides right amount of proteins, carbohydrates and vitamins as per its requirement.
यह भी जानें

Blogs Chaitra Navratri 2025 Vrat Foods BlogsNavratri BlogsChaitra Navratri BlogsMaa Durga BlogsDevi Maa BlogsNavratri 2025 BlogsKanya Puja 2025 BlogsKanjak Puja Blogs

अगर आपको यह ब्लॉग पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस ब्लॉग को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

रथयात्रा में भगवान जगन्नाथ का मुकुट टाहिया

रथयात्रा के समय पहण्डी बिजे के दौरान भगवन टाहिया धारण करते हैं। टाहिया एकमात्र आभूषण है जिसे रथयात्रा अनुष्ठान के दौरान भगवान पहनते हैं।

भगवान जगन्नाथ के नील माधव के रूप में होने के पीछे क्या कहानी है?

नील माधव (या नीला माधव) के रूप में भगवान जगन्नाथ की कहानी प्राचीन हिंदू परंपराओं, विशेष रूप से ओडिशा की परंपराओं में निहित एक गहरी आध्यात्मिक और प्रतीकात्मक कहानी है।

पुरी जगन्नाथ रथ यात्रा के तीन रथ

रथ यात्रा भगवान जगन्नाथ, बलदेव और सुभद्रा का वार्षिक रथ उत्सव है। वे तीन अलग-अलग रथों पर यात्रा करते हैं और लाखों लोग रथ खींचने के लिए इकट्ठा होते हैं।

शिव ने शिवा को बताया भक्ति क्या है?

भगवान शिव ने देवी शिवा अर्थात आदिशक्ति महेश्वरी सती को उत्तम भक्तिभाव के बारे मे इस प्रकार बताया..अरुणोदयमारभ्य सेवाकालेऽञ्चिता हृदा। निर्भयत्वं सदा लोके स्मरणं तदुदाहृतम्॥

लक्षदीपम

तिरुवनंतपुरम में श्री पद्मनाभस्वामी मंदिर अपने लक्षदीपम उत्सव के लिए प्रसिद्ध है - एक लुभावने उत्सव जिसमें मंदिर परिसर में एक लाख (100,000) तेल के दीपक जलाए जाते हैं।

बांके बिहारी मंदिर में घंटियाँ क्यों नहीं हैं?

उत्तर प्रदेश के वृंदावन में स्थित बांके बिहारी मंदिर कई मायनों में अनोखा है, और इसकी सबसे उल्लेखनीय विशेषताओं में से एक यह है कि मंदिर में घंटियाँ नहीं हैं।

भगवान जगन्नाथ का नीलाद्रि बीजे अनुष्ठान क्या है?

नीलाद्रि बीजे, वार्षिक रथ यात्रा उत्सव के अंत और भगवान जगन्नाथ की गर्भगृह में वापसी को चिह्नित करता है या फिर आप भगवान जगन्नाथ और उनकी प्यारी पत्नी माँ महालक्ष्मी के बीच एक प्यारी सी कहानी बता सकते हैं।

Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
×
Bhakti Bharat APP