
भगवान शिव एवं माँ आदिशक्ति को समर्पित वैशाली का सबसे पुराना गौरी-शंकर मंदिर प्राचीन श्री शिव शक्ति मंदिर के नाम से जाना जाता है। जिसे स्थानीय लोग साधारण बोल-चाल की भाषा मे सेक्टर-2 शिव मंदिर के नाम से संबोधित करते हैं।
मंदिर प्रांगण मे प्रत्येक वर्ष भागवत कथा का आयोजन किया जाता है। भक्तों द्वारा मंगलवार, गुरुवार एवं माह की दोनों एकादशी के दिन शाम को भजन-कीर्तन का गायन एवं पाठ किया जाता है। गुरुपूर्णिमा के आस-पास कीर्तन एवं भंडारे द्वारा वार्षिक उत्सव का आयोजन किया जाता है।
चैत्र एवं शारदीय दोनों ही नवरात्रि पर्व के दौरान प्रतिदिन शाम 4:30 से 6:30 बजे तक कीर्तन का आयोजन किया जाता है, उसके उपरांत नवमी के दिन विशाल भंडारा आयोजित किया जाता है। हनुमान जन्मोत्सव पर सवा-मनी (50 kg) लड्डूओं के भोग के साथ बड़े भंडारे एवं भजन-कीर्तन का आयोजित होता है।
शनि जयंती पर शनि महाराज की स्थापना का वार्षिक उत्सव मनाया जाता है, जिसके अंतर्गत भंडारा, शनि अभिषेक एवं भजन-कीर्तन का आयोजन होता है। मंदिर मे, भगवान शिव के पवित्र माह सावन के प्रत्येक दिन शिवलिंग के रुद्राभिषेक का विधान है।
श्री कृष्ण जन्माष्टमी के उपलक्ष पर मंदिर द्वारा विशाल भजन संध्या, ठाकुरजी का अभिषेक, लड्डूगोपाल जी का झूलन एवं विभिन्न प्रकार की झाँकियाँ एवं प्रसाद वितरण कराया जाता है। इसके उपरांत श्री कृष्ण जी की छठी पर कड़ी-चावल का भोग एवं भंडारे के साथ पूजन की क्रिया चलती है। श्री राधाष्टमी की शाम कीर्तन के साथ खीर का भोग एवं प्रसाद वितरण किया जाता है।
मंदिर के प्रमुख महंत श्री अमित बल्लभ शास्त्री (98188 25738) जी द्वारा पितृ पक्ष के दौरान पितरों का पूजन एवं तर्पण कराए जाने की सुविधा उपलब्ध है।
कार्तिक माह के अंतर्गत, प्रातः 4 बजे स्नान के उपरांत पूजन, प्रभात फेरी, तुलसी पूजन एवं कार्तिक महिमा कथा एक माह तक प्रत्येक दिन चलती है। तथा उसके समापन अर्थात देव दिवाली पर्व के दिन कार्तिक स्नान की पूर्ण आहुति के रूप मे प्रभात फेरी, हवन पूजन उसके उपरांत भंडारे का आयोजन किया जाता है।
गोवर्धन पूजा: गौमाता के गोवर से गोवर्धन महाराज की स्थापना कर उन्हें अन्नकूट का भोग लगाकर, भोग को प्रसाद रूप मे वितरण कर दिया जाता है। अप्रैल माह मे बाबा बालकनाथ जी का वार्षिक स्थापना दिवस मनाया जाता है।
यह गौरी-शंकर मंदिर, वैशाली के सबसे प्रसिद्ध महागुन मेट्रो मॉल से 300 मीटर ही दूर होगा। मंदिर तक पहुँचने के लिए वैशाली एवं कौशाम्बी दोनों ही मेट्रो स्टेशन सुविधाजनक हैं, तथा लगभग समान दूरी पर भी।

A full view of main Bhawan

During Jagannath Yatra 2017

Main entry of main Bhawan

Shir Sai Ji Maharaj

Vat Vriksh (वट वृक्ष) in temple premises

Greenery with Holy Banana Tree / / Kela Ka Paid in temple premises

Information Board

Shri Ram Pariwar

Shivling with Gan

Maa Sherawali / Maa Durga

Shri Shani Maharaj

Shri Radha Krishan in Vrindavan

Shri Gauri Shankar

Shri Lakshmi Narayan Bhagwan

Shri Navgrah Dham

प्राचीन श्री शिव शक्ति मंदिर

Mata Sheetala

Temple Front View

Two corridor for two different Bhawan

Temple Full View
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