भवानी ! शम्भू की पियारी - भजन (Bhawani Shanbhu Ki Piyari)


शम्भू की पियारी, गिरिराज की दुलारी
गिरिजग गबग गबग गबग गरुड़ गौर वाली
तू घंटा घहराहके घुमाके कूद घंटावाली
करत निहाल खुशहाल फड़ वाली तू
दमक दमक दामिनी सी, चमक चला के चंडी
डपट के दरिद्रमार दौड़-दौड़ आली तू
शान वाली, शूल वाली, त्रिशूल वाली, खड़ग वाली
काली तू माँ.. काली तू माँ.. काली..
भवानी.. दयानी..
भवानी.. दयानी..
दैत्य दल विनाशनी जग उद्धारिणी
भवानी.. दयानी..
भवानी.. दयानी..

आदिविद्या हे स्वरूपिणी
आदिविद्या हो तुम ही
आदिशक्ति हो तुम ही
महालक्ष्मी रूप तुम, तुम ही जग की माता
सारे जगत की तुम हो कर्म फल प्रदाता
तुम तो महादेव की हो अर्धरूपिणी

भवानी.. दयानी..
भवानी.. दयानी..
भवानी.. दयानी..
भवानी.. दयानी..

ब्रह्माजी करें वंदन, हरी नारायण शिव अर्चन
सुरनर मुनि गंधर्व पूजत सब ज्ञानी
ऋषियों मनीषियों ने महिमा बखानी
खड़ग भाल धारिणी माँ पाप तारिणी

भवानी.. दयानी..
भवानी.. दयानी..
हे तुम तो महादेव की हो अर्धरूपिणी
भवानी.. दयानी..
भवानी.. दयानी..
सिंह की सवारिणी त्रिशूल धारिणी
भवानी.. दयानी..
भवानी.. दयानी..
भवानी.. दयानी..
भवानी.. दयानी..
Bhawani Shanbhu Ki Piyari - Read in English
Shambhu Ki Piyari, Giriraj Ki Dulari, Girijag Gabag Gabag Gabag Garud Gaur Wali..
Bhajan Navratri BhajanMaa Sherawali BhajanDurga Puja BhajanJagran BhajanMata Ki Chauki BhajanGupt Navratri BhajanMaa Durga BhajanMata BhajanAshtami BhajanMahalaya BhajanAmbe BhajanMaa Jagdambe BhajanKailash Kher Bhajan
अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!


* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

जगत के रंग क्या देखूं - भजन

जगत के रंग क्या देखूं तेरा दीदार काफी है। क्यों भटकूँ गैरों के दर पे तेरा दरबार काफी है...

जो भजे हरि को सदा - भजन

जो भजे हरि को सदा, सोहि परम पद पायेगा, देह के माला..

मेरा हाथ पकड़ ले रे, कान्हा - भजन

मेरा हाथ पकड़ ले रे, कान्हा दिल मेरा घबराये, काले काले बादल..

क्यों छुप के बैठते हो, परदे की क्या जरुरत - भजन

क्यों छुप के बैठते हो, परदे की क्या जरुरत, भक्तों को यूँ सताने की, भक्तों को यूँ सताने की, अच्छी नहीं है आदत ॥

सारी दुनिया में आनंद छायो, कान्हा को जन्मदिन आयो - भजन

सारी दुनिया में आनंद छायो, कान्हा को जन्मदिन आयो ॥