साँची ज्योतो वाली माता, तेरी जय जय कार। तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये, मैं आया मैं आया शेरा वालिये।
आशुतोष शशाँक शेखर, चन्द्र मौली चिदंबरा, कोटि कोटि प्रणाम शम्भू..
नवरात्रि, माता की चौकी, देवी जागरण, अष्टमी तथा शुक्रवार को गाए जाने वाले प्रसिद्ध माता के भजन..
शिवरात्रि, सावन के सोमवार, सोमवर, सोलह सोमवर, काँवड़, सावन मे शिव, शंकर, भोले, भोलेनाथ, महादेव एवं महाकाल के प्रसिद्ध भजन..
हमारे भोले बाबा को, मना लो जिसका दिल चाहे, है भोले प्रेम के भूखे, लुटा लो जिसका दिल चाहे, हमारे भोलें बाबा को,
मना लो जिसका दिल चाहे ॥
ठुमक चलत रामचंद्र, बाजत पैंजनियां, ठुमक चलत रामचंद्र..
जब तें रामु ब्याहि घर आए । नित नव मंगल मोद बधाए ॥ घर से दरिद्रता दूर भगाने और सुख, समृद्धि, शांति लाने के लिए अयोध्या काण्ड के मंगलाचरण की यह चौपाईयाँ प्रतिदिन सुने..