Shri Ram Bhajan
गूगल पर भक्ति भारत को अपना प्रीफ़र्ड सोर्स बनाएँ

जिसको नही है बोध, तो गुरु ज्ञान क्या करे - भजन (Jisko Nahi Hai Bodh Guru Gyan Kya Kare)


जिसको नही है बोध, तो गुरु ज्ञान क्या करे - भजन
॥ दोहा ॥
अर्घ कपाले झूलता,
सो दिन करले याद ।
जठरा सेती राखिया,
नाहि पुरुष कर बाद ॥
॥ तो गुरु ज्ञान क्या करे ॥
जिसको नही है बोध,
तो गुरु ज्ञान क्या करे ।
निज रूप को जाना नहीं,
तो पुराण क्या करे ।

घट घट में ब्रह्मज्योत का,
प्रकाश हो रहा ।
मिटा न द्वैतभाव तो,
फिर ध्यान क्या करे ।

जिसको नही है बोध,
तो गुरु ज्ञान क्या करे ।
निज रूप को जाना नहीं,
तो पुराण क्या करे ।

रचना प्रभू की देख के,
ज्ञानी बड़े बड़े ।
पावे ना कोई पार तो,
नादान क्या करे ।

जिसको नही है बोध,
तो गुरु ज्ञान क्या करे ।
निज रूप को जाना नहीं,
तो पुराण क्या करे ।

करके दया दयाल ने,
मानुष जन्म दिया ।
बंदा न करे भजन तो,
भगवान क्या करे ।

जिसको नही है बोध,
तो गुरु ज्ञान क्या करे ।
निज रूप को जाना नहीं,
तो पुराण क्या करे ।

सब जीव जंतुओं में ,
जिसे है नहीं दया ।
‘ब्रह्मानंद’ व्रत नेम,
पुण्य दान क्या करे ।

जिसको नही है बोध,
तो गुरु ज्ञान क्या करे ।
निज रूप को जाना नहीं,
तो पुराण क्या करे ।

Jisko Nahi Hai Bodh Guru Gyan Kya Kare in English

Jisko Nahi Hai Bodh , To Guru Gyan Kya Kare । Nij Roop Ko Jana Nahin, To Puran Kya Kare ।
यह भी जानें

Bhajan Guru BhajanGurudev BhajanGuru Purnima BhajanVyasa Purnima BhajanGuru Gyan BhajanSant Ravidas BhajanRavidas Jayanti Bhajan

अन्य प्रसिद्ध जिसको नही है बोध, तो गुरु ज्ञान क्या करे - भजन वीडियो

Sunita Swami

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

बजरंग बाण

निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान। तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥

वो राम धुन में मगन है रहते: भजन

वो राम धुन में मगन है रहते, लगन प्रभु की लगा रहे है, वो राम जी के चरण में रहते, प्रभु के कारज बना रहे है, वो राम धुन में मगन हैं रहते, लगन प्रभु की लगा रहे है ॥

थे हो राम नाम मस्ताना: भजन

थे हो राम नाम मस्ताना, मैं हूँ थारा घणा दीवाना, ओ बालाजी थारा चरणा, में है म्हारा ठिकाना जी, थे हों राम नाम मस्ताना, मैं हूँ थारा घणा दीवाना ॥

बजा कर राम का डंका, जला दो फिर से लंका: भजन

राम सिया के काज सँवारे बजरंगी, तेरी जय जग करता है, जलाई तुमने लंका, बजा कर राम का डंका, जला दो फिर से लंका,
बजा दो फिर से डंका, हे बजरंगी हे हनुमंता ॥

छम छम नाचे हनुमान, बजे रे पग पैजनिया: भजन

छम छम नाचे हनुमान, बजे रे पग पैजनिया, राम का करे गुणगान, बजे रे पग पैजनिया, छम छम नाचें हनुमान,
बजे रे पग पैजनिया ॥

करने वंदन चरणों में बजरंगी, दर पे हम तेरे रोज आएंगे - भजन

करने वंदन चरणों में बजरंगी, दर पे हम तेरे रोज आएंगे ॥

बालाजी के चरणों में ये काम कर दिया: भजन

बालाजी के चरणों में ये काम कर दिया, एक दिल था वो भी इनके नाम कर दिया ॥

Ganesh Aarti Bhajan - Ganesh Aarti Bhajan
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP