आशुतोष शशाँक शेखर, चन्द्र मौली चिदंबरा, कोटि कोटि प्रणाम शम्भू..
जो शिव नाम होठों पे चढ़ गयो रे, तो समझो ये जीवन संवर गयो रे ॥
शरण में हम तुम्हारे आ पड़े है, ओ भोले तेरे द्वारे आ पड़े है, शरण में हम तुम्हारे आ पड़े हैं, ओ बाबा तेरे द्वारे आ पड़े है ॥
सब कुछ मिला रे भोले, रहमत से तेरी, तूने ही है सुनी इल्तिज़ा मेरी..
मेरे सिर पर रख दो भोले, अपने ये दोनों हाथ, देना हो तो दीजिए, जनम जनम का साथ ॥
सुनके भक्तो की पुकार, होके नंदी पे सवार, काशी नगरी से, आए है शिव शम्भू, सुनके भक्तो की पुकार ॥
तुम करलो प्रभु से प्यार, अमृत बरसेगा, बरसेगा नित बरसेगा, तुम करलों प्रभु से प्यार, अमृत बरसेगा ॥