Shri Krishna Bhajan

संजीवन लेने बजरंगी, पवन वेग से आए: भजन (Sanjivan Lene Bajrangi Pawan Veg Se Aaye)


संजीवन लेने बजरंगी, पवन वेग से आए: भजन
संजीवन लेने बजरंगी,
पवन वेग से आए,
पर्वत हाथ उठाए,
पर्वत हाथ उठाए,
ढूंढ ढूंढ कर हार गए जब,
बूटी खोज ना पाए,
पर्वत हाथ उठाए ॥
नील गगन में लगा की मानो,
एक भूचाल सा आया,
समझ के दानव भाई भरत ने,
झटपट तीर चलाया,
पाँव में तीर लगा वो घायल,
हो के धरा पे आए,
पर्वत हाथ उठाए,
पर्वत हाथ उठाए ॥

मुझे से राम का नाम सुना तो,
भरत यूँ पूछन लागे,
कौन हो तुम और कहाँ से आए,
जाना कहाँ है आगे,
लक्ष्मण की मूर्छा का किस्सा,
हनुमत उन्हें सुनाए,
पर्वत हाथ उठाए,
पर्वत हाथ उठाए ॥

सुबह की पहली किरण से पहले,
मुझको वहां है जाना,
घायल कैसे उड़ पाएगा,
भाई जरा बताना,
भरत जी बोले तीर पे बैठो,
ये तुमको पहुंचाए,
पर्वत हाथ उठाए,
पर्वत हाथ उठाए ॥

सूरज उगने वाला था प्रभु,
राम का दिल घबराया,
उसी समय संजीवन लेकर,
कपि वहां पर आया,
‘हर्ष’ कहे रघुनन्दन उनको,
अपने गले लगाए,
पर्वत हाथ उठाए,
पर्वत हाथ उठाए ॥

संजीवन लेने बजरंगी,
पवन वेग से आए,
पर्वत हाथ उठाए,
पर्वत हाथ उठाए,
ढूंढ ढूंढ कर हार गए जब,
बूटी खोज ना पाए,
पर्वत हाथ उठाए ॥

Sanjivan Lene Bajrangi Pawan Veg Se Aaye in English

Sanjivan Lene Bajarangi, Pavan Veg Se Aaye, Parvat Haath Uthaye, Parvat Haath Uthaye, Dhundh Dhundh Kar Haar Gaye Jab, Buti Khoj Na Paye, Parvat Haath Uthaye ॥
यह भी जानें

Bhajan Hanuman BhajanBalaji BhajanBajrangbali BhajanHanuman Janmotsav BhajanHanuman Jyanti BhajanMangalwar BhajanTuesday BhajanHanuman Path BhajanSundar Kand Path Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये - भजन

साँची ज्योतो वाली माता, तेरी जय जय कार। तुने मुझे बुलाया शेरा वालिये, मैं आया मैं आया शेरा वालिये।

छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल - भजन

छोटी छोटी गैया, छोटे छोटे ग्वाल। छोटो सो मेरो मदन गोपाल..

अब किसी महफिल में जाने: भजन

अब किसी महफिल में जाने, की हमें फुर्सत नहीं, दुनिया वालो को मनाने..

मेरे श्याम धणी की मोरछड़ी: भजन

मेरे श्याम धणी की मोरछड़ी, पल भर में जादू कर जाएगी, गर फिर गई तेरे सर पे तो, गर फिर गई तेरे सर पे तो, हर बिगड़ी बात सवर जाएगी, मेरे श्याम धनि की मोरछड़ी, पल भर में जादू कर जाएगी ॥

लाखों महफिल जहाँ में यूँ तो - भजन

लाखों महफिल जहाँ में यूँ तो, तेरी महफिल सी महफिल नहीं है ॥ स्वर्ग सम्राट हो या हो चाकर,..

संसार ये छूटे चाहें प्राण ये छुटे: भजन

संसार ये छूटे चाहें प्राण ये छुटे, जबतक है जिंदगानी, मुझसे माँ नहीं रूठे, माँ नहीं रूठे, संसार यें छूटे चाहे प्राण ये छुटे ॥

माता के भजन

नवरात्रि, माता की चौकी, देवी जागरण, अष्टमी तथा शुक्रवार को गाए जाने वाले प्रसिद्ध माता के भजन..

Ram Bhajan - Ram Bhajan
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP