Shri Ram Bhajan

भगवान हरिहरपुत्र अष्टोत्तरशतनाम स्तोत्रम् (Bhagwan Hariharaputra Ashtottarshatnam Stotram)


ॐ। महाशास्ता विश्वशास्ता लोकशास्ता तथैव च।
धर्मशास्ता वेदशास्ता कालशस्ता गजाधिपः॥1॥
गजारूढो गणाध्यक्षो व्याघ्रारूढो महद्युतिः।
गोप्तागीर्वाणसंसेव्यो गतातङ्को गणाग्रणीः॥2॥

ऋग्वेदरूपो नक्षत्रं चन्द्ररूपो बलाहकः।
दूर्वाश्यामो महारूपः क्रूरदृष्टिरनामयः॥3॥

त्रिनेत्र उत्पलकरः कालहन्ता नराधिपः।
खण्डेन्दुमौळितनयः कल्हारकुसुमप्रियः॥4॥

मदनो माधवसुतो मन्दारकुसुमर्चितः।
महाबलो महोत्साहो महापापविनाशनः॥5॥

महाशूरो महाधीरो महासर्पविभूषणः।
असिहस्तः शरधरो हालाहलधरात्मजः॥6॥

अर्जुनेशोऽग्निनयनश्चानङ्गमदनातुरः।
दुष्टग्रहाधिपः श्रीदः शिष्टरक्षणदीक्षितः॥7॥

कस्तूरीतिलको राजशेखरो राजसत्तमः।
राजराजार्चितो विष्णुपुत्रो वनजनाधिपः॥8॥

वर्चस्करोवररुचिर्वरदो वायुवाहनः।
वज्रकायः खड्गपाणिर्वज्रहस्तो बलोद्धतः॥9॥

त्रिलोकज्ञश्चातिबलः पुष्कलो वृत्तपावनः।
पूर्णाधवः पुष्कलेशः पाशहस्तो भयापहः॥10॥

फट्काररूपः पापघ्नः पाषण्डरुधिराशनः।
पञ्चपाण्डवसन्त्राता परपञ्चाक्षराश्रितः॥11॥

पञ्चवक्त्रसुतः पूज्यः पण्डितः परमेश्वरः।
भवतापप्रशमनो भक्ताभीष्टप्रदायकः॥12॥

कविः कवीनामधिपः कृपाळुः क्लेशनाशनः।
समोऽरूपश्च सेनानिर्भक्तसम्पत्प्रदायकः॥13॥

व्याघ्रचर्मधरः शूली कपाली वेणुवादनः।
कम्बुकण्ठः कलरवः किरीटादिविभूषणः॥14॥

धूर्जटिर्वीरनिलयो वीरो वीरेन्दुवन्दितः।
विश्वरूपो वृषपतिर्विविधार्थफलप्रदः॥15॥

दीर्घनासो महाबाहुश्चतुर्बाहुर्जटाधरः।
सनकादिमुनिश्रेष्ठस्तुत्यो हरिहरात्मज॥16॥

॥ इति श्री हरिहरपुत्राष्टोत्तरशतनामस्तोत्रं सम्पूर्णम् ॥

Bhagwan Hariharaputra Ashtottarshatnam Stotram in English

Om। Mahashasta Vishvashasta Lokashasta Tathaiva Cha।, Dharmashasta Vedashasta Kalashasta Gajadhipah॥1॥
यह भी जानें

Mantra Hariharaputra MantraDashavtar MantraShri Hari MantraShri Vishnu MantraNarayan MantraMangalam MantraShri Hari MantraShiv Bhagwan MantraAyyappan Mantra

अगर आपको यह मंत्र पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस मंत्र को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

मंत्र ›

श्री वेंकटेश्वर सुप्रभातम् - M.S.सुब्बुलक्ष्मी

कौसल्या सुप्रजा राम पूर्वासंध्या प्रवर्तते । उत्तिष्ठ नरशार्दूल कर्तव्यं दैवमाह्निकम् ॥ 1 ॥

विष्णु सहस्रनाम: M.S.Subbulakshmi

भगवान श्री विष्णु के 1000 नाम! विष्णुसहस्रनाम का पाठ करने वाले व्यक्ति को यश, सुख, ऐश्वर्य, संपन्नता...

गजेंद्र मोक्ष स्तोत्र - श्री विष्णु

एवं व्यवसितो बुद्ध्या समाधाय मनो हृदि । जजाप परमं जाप्यं प्राग्जन्मन्यनुशिक्षितम...

श्रीजगन्नाथ सहस्रनाम स्तोत्रम

देवदानवगन्धर्वयक्षविद्याधारोर्गैः। सेव्यमानं सदा चारुकोटिसूर्यसमाप्रभम् ॥ 1॥

संकट मोचन हनुमानाष्टक

बाल समय रवि भक्षी लियो तब।.. लाल देह लाली लसे, अरु धरि लाल लंगूर।...

हनुमान द्वादश नाम स्तोत्रम - मंत्र

हनुमान जी के 12 नाम | हनुमान द्वादश नाम | हनुमानद्वादशनाम स्तोत्र | Hanumaan 12 naam |

श्री हनुमान स्तवन - श्रीहनुमन्नमस्कारः

प्रनवउँ पवनकुमार खल बन पावक ज्ञानघन ।.. गोष्पदी कृत वारीशं मशकी कृत राक्षसम् ।..

Om Jai Jagdish Hare Aarti - Om Jai Jagdish Hare Aarti
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP