दिवाली  2025 - Diwali 2025

कारण षटकम् (Kaaran Shatakam)


कारण षटकम्
मम जीवनस्य जीवनम्
उद्भाषितं नित्यशोभनम्
त्वमेव देवं त्वमेव सर्वम्
हृदि स्थिते सदा धारणम्
हे कृष्ण हे माधव हे देव त्वम्
सर्व कारणस्य कारणम् ॥ १॥
मम हृदयस्य हृदयम्
सत्भाषितं नित्य सदयम्
त्वमेव पूर्णं त्वमेव स्वर्णम्
प्रेमम् आनंदं अद्भुदयम्
हे कृष्ण हे माधव हे देव त्वम्
सर्व कारणस्य कारणम् ॥ २ ॥

मम विचारस्य विचारम्
सद्भाव हॄद्भाव संचारम्
त्वमेव सत्यं त्वमेव नित्यम्
स्मृति ज्ञानं सर्व आधारम्
हे कृष्ण हे माधव हे देव त्वम्
सर्व कारणस्य कारणम् ॥ ३ ॥

मम शरीरस्य आधारम्
त्वमेक नित्य निराधारम्
त्वमेव धर्मं त्वमेव कर्मम्
सर्वसूत्रस्य सूत्रधारम्
हे कृष्ण हे माधव हे देव त्वम्
सर्व कारणस्य कारणम् ॥ ४ ॥

मम सर्व सुख दायकम्
नित्यसुधा वेणु गायकम्
त्वमेव कर्ता त्वमेव धर्ता
माता पिता आत्मनायकम्
हे कृष्ण हे माधव हे देव त्वम्
सर्व कारणस्य कारणम् ॥ ५ ॥

मम दिव्य नन्दनंदनम्
आनंदकंद सुचंदनम्
त्वमेव स्वामी हे अन्तर्यामी
सर्व हॄदयस्य स्पंदनम्
हे कृष्ण हे माधव हे देव त्वम्
सर्व कारणस्य कारणम् ॥ ६ ॥

॥ इति श्री कृष्णदासः विरचित कारण षटकम् सम्पूर्णम् ॥

Kaaran Shatakam in English

Mama Jeevanasya Jeevanam Udbhaashitam Nityashobhanam, Tvameva Devam’ Tvameva Sarvam, Hrudi Sthite Sadaa Dhaaranam, Hey Krishna Hey Madhava Hey Deva Tvam, Sarva Kaaranasya Kaaranam ॥ 1॥
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