Shri Hanuman Bhajan

महामाय़ा अष्टकम् (Mahamaya Ashtakam)


महामाय़ा अष्टकम्
भद्रकाळी बिश्बमाता जगत्स्रोत कारिणी
शिबपत्नी पापहर्त्री सर्वभूत तारिणी
स्कन्दमाता शिवा शिवा सर्वसृष्टि धारिणी
नमः नमः महामाय़ा ! हिमाळय-नन्दिनी ॥ १
नारीणाम्च संखिन्यापि हस्तिनी बा चित्रिणी
पद्मगन्धा पुष्परूपा सम्मोहिनी पद्मिनी
मातृ-पुत्री-भग्नि-भार्य़ा सर्वरूपा भबानी
नमः नमः महामाय़ा ! भबभय-खण्डिनी ॥ २

पाप-ताप-भब-भय़ भूतेश्बरी कामिनी
तब-कृपा-सर्व-क्षय सर्वजना-बन्दिनी
प्रेम-प्रीति-लज्जा-न्याय नारीणाञ्च-मोहिनी
नमः नमः महामाय़ा ! ॠण्डमाळा-धारिणी ॥ ३

खड्ग-चक्र-हस्तेधारी संखीनि-सुनादिनी
संमोहना-रूपा-नारी हृदय-विदारिणी
अहंकार-कामरूपा-भुवन-विळासिनी
नमः नमः महामाय़ा ! जगत-प्रकाशिनी ॥ ४

लह्व-लह्व-तब-जिह्वा पापाशुर मर्द्धिनी
खण्ड-गण्ड-मुण्ड-स्पृहा शोभाकान्ति बर्द्धिनी
अङ्ग-भङ्ग-रंग-काय़ा माय़ाछन्द छन्दिनी
नमः नमः महामाय़ा ! दुःखशोक नाशिनी ॥ ५

धन-जन-तन-मान रूपेण त्वम् संस्थिता
काम-क्रोध-लोभ-मोह-मद बापि मूढता
निद्राहार-काम-भय़ पशुतुल्य़ जीबनात्
नमः नमः महामाय़ा ! कुरु मुक्त बन्धनात् ॥ ६

मैत्री-दय़ा-लक्ष्मी-बृत्ति-अन्ते जीब लक्षणा
लज्जा-छाय़ा-तृष्णा-क्षुधा बन्धनस्य़ कारणा
तुष्टि-बुद्धि-श्रद्धा-भक्ति सदा मुक्ति दाय़ीका
शान्ति-भ्रान्ति-क्ळान्ति-क्षान्ति तब रूपा अनेका
प्रीति-स्मृति-जाति-शक्ति-रूपा माय़ा अभेद्य़ा
नमः नमः महामाय़ा ! नमस्त्वम् महाबिद्य़ा ॥ ७

नबदुर्गा-महाकाळि सर्वाङ्गभूषाबृत्ताम्
भुबनेश्वरी-मातङ्गी हन्तु मधुकैटभं
विमळा-तारा-षोड़शी हस्ते खड्ग धारीणि
धुमाबति-मा-बगळा महिषासुर मर्द्धिनी
बाळात्रिपुरासुन्दरी त्रिभुबन मोहिनी
नमः नमः महामाय़ा ! सर्वदुःख हारिणी ॥ ८

मम माता लोके मर्त्त्य़ कृष्णदास तब भृत्त्य़
य़दा तदा य़था तथा माय़ा छिन्न मोक्ष कथा
सदा सदा तव भिक्षा कृपा दीने भब रक्षा
नम नम महामाय़ा कृष्ण दासे तब दय़ा ॥ ९

॥ इति कृष्णदास विरचित महामाय़ा अष्टकम् यः पठति सः भव सागर निस्तरति ॥
नवरात्रि 2024 की तारीखें
Navratri 2024 Dates
दिन तिथि नवरात्रि में देवी के नाम रँग
3 अक्टूबर प्रतिपदा घटस्थापना, माता शैलपुत्री पूजा, अग्रसेन जयंती पीला
4 अक्टूबर द्वितीया माता ब्रह्मचारिणी पूजा हरा
5 अक्टूबर तृतीया माता चंद्रघंटा पूजा, सिन्दूर तृतीया स्लेटी
6 अक्टूबर तृतीया - नारंगी
7 अक्टूबर चतुर्थी माता कुष्मांडा पूजा सफ़ेद
8 अक्टूबर पंचमी माता स्कंद माता पूजा, ललिता पञ्चमी | दुर्गा पूजा (बिल्व निमन्त्रण) लाल
9 अक्टूबर षष्ठी माता कात्यायनी पूजा | दुर्गा पूजा (कल्पारम्भ, अकाल बोधन) गहरा नीला
10 अक्टूबर सप्तमी माता कालरात्रि पूजा, सरस्वती पूजा | दुर्गा पूजा (नवपत्रिका पूजा, कलाबोऊ पूजा) गुलाबी
11 अक्टूबर अष्टमी महा गौरी पूजा, माता सिद्धिदात्री पूजा, नवमी हवन | दुर्गा पूजा (दुर्गा अष्टमी, कुमारी पूजा, सन्धि पूजा, महा नवमी) बैंगनी
12 अक्टूबर नवमी विजयदशमी, नवरात्रि व्रत समाप्त | दुर्गा पूजा (बंगाल महा नवमी, दुर्गा बलिदान, नवमी हवन, दुर्गा विसर्जन) -
13 अक्टूबर दशमी दुर्गा पूजा (बंगाल विजयादशमी, बंगाल दुर्गा विसर्जन, सिन्दूर उत्सव) -

Mahamaya Ashtakam in English

Bhadrakali Vishvamata Jagatsrot Karini, Shibapatni Papahrtri Sarvabhoot Tarini, Skandamata Shiva Shiva Sarvasrshti Dharini, Namah Namah Mahamaya! Himalay-Nandini ॥ 1
यह भी जानें

Mantra Mahamaya Ashtakam MantraMaa Durga MantraMata MantraNavratri MantraMaa Sherawali MantraDurga Puja MantraMaa Durga MantraJagran MantraMata Ki Chauki MantraShukravar MantraFriday MantraStotram Mantra

अगर आपको यह मंत्र पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस मंत्र को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

श्री हनुमान मन्त्र

ॐ श्री हनुमते नमः॥

संकट मोचन हनुमानाष्टक

बाल समय रवि भक्षी लियो तब।.. लाल देह लाली लसे, अरु धरि लाल लंगूर।...

माँ दुर्गा देव्यापराध क्षमा प्रार्थना स्तोत्रं

माँ दुर्गा की पूजा समाप्ति पर करें ये स्तुति, तथा पूजा में हुई त्रुटि के अपराध से मुक्ति पाएँ। आपत्सु मग्न: स्मरणं त्वदीयं..

हनुमान द्वादश नाम स्तोत्रम - मंत्र

हनुमान जी के 12 नाम | हनुमान द्वादश नाम | हनुमानद्वादशनाम स्तोत्र | Hanumaan 12 naam |

महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् - अयि गिरिनन्दिनि

अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि विश्वविनोदिनि नन्दिनुते, गिरिवरविन्ध्यशिरोऽधिनिवासिनि विष्णुविलासिनि जिष्णुनुते । महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् नवरात्रि के दौरान माता रानी का सबसे ज्यादा सुना और पढ़ा जाने वाला संस्कृत श्लोक है

श्री हनुमान स्तवन - श्रीहनुमन्नमस्कारः

प्रनवउँ पवनकुमार खल बन पावक ज्ञानघन ।.. गोष्पदी कृत वारीशं मशकी कृत राक्षसम् ।..

महामृत्युंजय मंत्र

मंत्र के 33 अक्षर हैं जो महर्षि वशिष्ठ के अनुसार 33 कोटि(प्रकार)देवताओं के द्योतक हैं।

Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
×
Bhakti Bharat APP