Shri Ram Bhajan
गूगल पर भक्ति भारत को अपना प्रीफ़र्ड सोर्स बनाएँ

श्रीरामाष्टकम् (Shri Ram Ashtakam)


श्रीरामाष्टकम्
॥ श्रीरामाष्टकम् ॥
कृतार्तदेववन्दनंदिनेशवंशनन्दनम् ।
सुशोभिभालचन्दनंनमामि राममीश्वरम् ॥1॥
मुनीन्द्रयज्ञकारकंशिलाविपत्तिहारकम् ।
महाधनुर्विदारकंनमामि राममीश्वरम् ॥2॥

स्वतातवाक्यकारिणंतपोवने विहारिणम् ।
करे सुचापधारिणंनमामि राममीश्वरम् ॥3॥

कुरङ्गमुक्तसायकंजटायुमोक्षदायकम् ।
प्रविद्धकीशनायकंनमामि राममीश्वरम् ॥4॥

प्लवङ्गसङ्गसम्मतिंनिबद्धनिम्नगापतिम् ।
दशास्यवंशसङ्क्षतिंनमामि राममीश्वरम् ॥5॥

विदीनदेवहर्षणंकपीप्सितार्थवर्षणम् ।
स्वबन्धुशोककर्षणंनमामि राममीश्वरम् ॥6॥

गतारिराज्यरक्षणंप्रजाजनार्तिभक्षणम् ।
कृतास्तमोहलक्षणंनमामि राममीश्वरम् ॥7॥

हृताखिलाचलाभरंस्वधामनीतनागरम् ।
जगत्तमोदिवाकरंनमामि राममीश्वरम् ॥8॥

इदं समाहितात्मनानरो रघूत्तमाष्टकम् ।
पठन्निरन्तरं भयंभवोद्भवं न विन्दते ॥9॥

॥ इति श्रीपरमहंसस्वामिब्रह्मानन्दविरचितं श्रीरामाष्टकं सम्पूर्णम् ॥

Shri Ram Ashtakam in English

KritartadevavandanamDineshavanshanandanam।, SushobhibhalachandanamNamami Ramamishvaram॥1॥
यह भी जानें

Mantra Shri Ram Ashtakam MantraBhagwan Shri Ram MantraShri Ram MantraShri Ramaprema Ashtakam MantraShri Vishnu MantraHanuman Ji MantraMata Sita Mantra

अगर आपको यह मंत्र पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस मंत्र को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

मंत्र ›

महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् - अयि गिरिनन्दिनि

अयि गिरिनन्दिनि नन्दितमेदिनि विश्वविनोदिनि नन्दिनुते, गिरिवरविन्ध्यशिरोऽधिनिवासिनि विष्णुविलासिनि जिष्णुनुते । महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् नवरात्रि के दौरान माता रानी का सबसे ज्यादा सुना और पढ़ा जाने वाला संस्कृत श्लोक है

श्री दुर्गा देवी स्तोत्रम्

श्री युधिष्ठिर विरचितं | श्रीगणेशाय नमः । श्री दुर्गायै नमः । नगरांत प्रवेशले पंडुनंदन । तो देखिले दुर्गास्थान । धर्मराज करी स्तवन । जगदंबेचे तेधवा ॥

श्री दुर्गा अष्टोत्तरशतनाम स्तोत्रम्

ईश्वर उवाच | शतनाम प्रवक्ष्यामि श्रृणुष्व कमलानने । यस्य प्रसादमात्रेण दुर्गा प्रीता भवेत् सती ॥

श्री विन्ध्येश्वरी स्तोत्रम्

निशुम्भ शुम्भ गर्जनी, प्रचण्ड मुण्ड खण्डिनी । बनेरणे प्रकाशिनी, भजामि विन्ध्यवासिनी ॥ त्रिशूल मुण्ड धारिणी..

विष्णु सहस्रनाम: M.S.Subbulakshmi

भगवान श्री विष्णु के 1000 नाम! विष्णुसहस्रनाम का पाठ करने वाले व्यक्ति को यश, सुख, ऐश्वर्य, संपन्नता...

श्री विष्णु स्तुति - शान्ताकारं भुजंगशयनं

शान्ताकारं भुजंगशयनं पद्मनाभं सुरेशं विश्वाधारं गगन सदृशं मेघवर्ण शुभांगम् ।

श्री राम रक्षा स्तोत्रम्

चरितं रघुनाथस्य शतकोटि प्रविस्तरम् । एकैकमक्षरं पुंसां महापातकनाशनम् ॥ ध्यात्वा नीलोत्पलश्यामं रामं राजीवलोचनम् ..

Durga Chalisa - Durga Chalisa
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP