
सिरसागंज में यदुवंशी योगिराज श्री कृष्ण का यह धार्मिक स्थल जदुद्वारा के नाम से जाना जाता है। सिरसागंज में निवास करने वाले राजपूत, स्वयं को भगवान श्री कृष्ण के वंशज मानते हैं, तथा श्री कृष्ण का वंश यदुवंश है। अतः भगवान श्री कृष्ण को समर्पित इस धाम को जदुद्वारा कहा गया है।
मंदिर में भगवान श्री हरि के अवतार भगवन श्रीकृष्ण का भव्य मन्दिर एवं वृद्धाश्रम बने हुए हैं। जदुद्वारा की संस्थापना 1 अक्टूबर 2001 को हरि की पौड़ी हरिद्वार पर यज्ञ, गंगा जल हाथ में लेकर वृद्ध जनों ने जदुद्वारा बनाने का संकल्प लिया था। वर्तमान में जदुद्वारा सेवा संस्थान (पंजी.), लगभग 2 एकड़ भूमि पर NH-2 पर सिरसागंज जि. फिरोजाबाद (उ.प्र.) में स्थित है। मंदिर की प्ररम्भिक भूमि श्री श्री विद्याराम जी ने दान की थी।
मंदिर में भगवान शिव का 80 फीट ऊँचा शिवालय 16 फरवरी 2015 को स्थापित किया गया। मंदिर के शिवधाम में भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग प्रतीकात्मक रूप में रखे गए हैं, जिनके नाम क्रमशः सोमनाथ, मल्लिकार्जुन, महाकालेश्वर, ओंकारेश्वर, केदारनाथ, भिमाशंकर, विश्वनाथ, त्र्यंबकेश्वर, वैद्यनाथ, नागनाथेश्वर, रामेश्वरम, घृष्णेश्वर। साथ ही साथ 12 कमरे वृद्धाश्रम के कार्य के लिए बनाये जा चुके हैं।
7 मार्च 2016 को जदु गौशाला का भूमि पूजन करने के पश्चात् अब यहाँ पांच गायें सेवा के लिए हैं। मंदिर का सबसे भव्य उत्सव प्रतिवर्ष श्री कृष्ण जन्माष्ट्मी के रूप में मनाया जाता है। जिसके अंतर्गत भागवत कथा का आयोजन किया जाता है इसके उपरांत समापन समारोह के रूप में विशाल भंडारे का आयोजन भी किया जाता है।
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Shri Jaduwara Mahadev Mandir in Sirsaganj

Shri Jaduwara Mahadev Mandir

जदुद्वारा

12 Lord Shiv Jyotirling in Shri Jaduwara Mahadev Mandir

Lord Shiv Vahana Nandi at the main gate

A full view of Shri Jaduwara Mahadev Mandir

Lord Shri Krishna in Jaduwara

जदुद्वारा

जदुद्वारा

जदुद्वारा

Bhagwat Kath 2021

Shri Krishna

Sawan Shivratri Wishes

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Som Pradosh Wishes

Happy Monday Image
1 October 2001
हरि की पौड़ी हरिद्वार पर यज्ञ, गंगा जल हाथ में लेकर जदुद्वारा बनाने का संकल्प।
10 October 2001
भूमि पूजन
16 फ़ेरबरी 2015
भगवान शिव का 80 फीट ऊँचा शिवालय को स्थापित किया गया।

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