Sawan 2025

बम बाज रही भोले की, चारों दिशाएं - भजन (Bam Baj Rahe Bhole Ki Charo Dishaye)


बम बाज रही भोले की, चारों दिशाएं - भजन
बम बाज रही भोले की,
चारों दिशाएं,
बम बाज रही ॥
अरे कौना ने बो दए धतूरा,
अरे कौना ने बो दई भंगिया,
बम बाज रहीं भोले की,
चारों दिशाएं,
बम बाज रही ॥

मोरे भोला ने बो दए धतूरा,
गौरा रानी ने बो दई भंगिया,
बम बाज रहीं भोले की,
चारों दिशाएं,
बम बाज रही ॥

अरे कौना ने सींचे धतूरा,
अरे कौना ने सींच दई भंगिया,
बम बाज रहीं भोले की,
चारों दिशाएं,
बम बाज रही ॥

मोरे भोला ने सींचे धतूरा,
गौरा रानी ने सींच दई भंगिया,
बम बाज रहीं भोले की,
चारों दिशाएं,
बम बाज रही ॥

अरे कौना ने खा लई धतूरा,
कौना ने पी लई भंगिया,
बम बाज रहीं भोले की,
चारों दिशाएं,
बम बाज रही ॥

अरे नंदी ने खा लई धतूरा,
मोरे भोले ने पि लई भंगिया,
बम बाज रहीं भोले की,
चारों दिशाएं,
बम बाज रही ॥

बम बाज रही भोले की,
चारों दिशाएं,
बम बाज रही ॥

Bam Baj Rahe Bhole Ki Charo Dishaye in English

Bam Baaj Rahi Bhole Ki, Charo Dishaye, Bam Baaj Rahi ॥
यह भी जानें

Bhajan Shiv BhajanBholenath BhajanMahadev BhajanShivaratri BhajanSavan BhajanMonday BhajanSomvar BhajanSolah Somvar BhajanJyotirling BhajanShiv Vivah Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

ठुमक चलत रामचंद्र, बाजत पैंजनियां - भजन

ठुमक चलत रामचंद्र, बाजत पैंजनियां, ठुमक चलत रामचंद्र..

जब तें रामु ब्याहि घर आए - रामचरितमानस

जब तें रामु ब्याहि घर आए । नित नव मंगल मोद बधाए ॥ घर से दरिद्रता दूर भगाने और सुख, समृद्धि, शांति लाने के लिए अयोध्या काण्ड के मंगलाचरण की यह चौपाईयाँ प्रतिदिन सुने..

शिव स्तुति: आशुतोष शशाँक शेखर

आशुतोष शशाँक शेखर, चन्द्र मौली चिदंबरा, कोटि कोटि प्रणाम शम्भू..

शिव भजन

शिवरात्रि, सावन के सोमवार, सोमवर, सोलह सोमवर, काँवड़, सावन मे शिव, शंकर, भोले, भोलेनाथ, महादेव एवं महाकाल के प्रसिद्ध भजन..

सानूं तेरे मिलण दा चा योगी - भजन

सानूं तेरे मिलण दा चा योगी । ओ चाहे सुप्नियां दे विच आ योगी ।

हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन - भजन

हे दुःख भन्जन, मारुती नंदन, सुन लो मेरी पुकार । पवनसुत विनती बारम्बार...

बजरंग बाण

निश्चय प्रेम प्रतीति ते, बिनय करैं सनमान। तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥

Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Om Jai Jagdish Hare Aarti - Om Jai Jagdish Hare Aarti
Bhakti Bharat APP