दुर्गा है मेरी माँ,
अम्बे है मेरी माँ॥
जय बोलो जय माता दी, जय हो॥
जो भी दर पे आए, जय हो॥
वो खाली न जाए, जय हो॥
सबके काम है करती, जय हो॥
सबके दुखरे हरती, जय हो॥
मैया मेरी शेरोवाली, जय हो॥
भरदे झोली खाली, जय हो॥
मैया मेरी शेरोवाली, जय हो॥
भरदे झोली खाली जय हो॥
दुर्गा है मेरी माँ, अम्बे है मेरी माँ॥
सारे जग को खेल खिलाये
बिच्डो को जो खूब मिलाये
दुर्गा है मेरी माँ, अम्बे है मेरी माँ॥
पूरे करे अरमान जो सारे,
देती है वरदान जो सारे
दुर्गा है मेरी माँ, अम्बे है मेरी माँ॥
दुर्गा चालीसा |
आरती: जय अम्बे गौरी, मैया जय श्यामा गौरी |
आरती: अम्बे तू है जगदम्बे काली |
महिषासुरमर्दिनि स्तोत्रम् |
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