जयपुर की चुनरिया, मैं लाई शेरावालिये, आगरा से लहंगा, जयपुर से चुनरिया...
मैया आवेगी मैया आवेगी, सांचे मन से याद करोगा, रुक ना पावेगी, मईया आवेगी मईया आवेगी ॥
सुनो मैया मेरी सरकार, आ गया अब मैं तेरे द्वार, दास तेरा हो जाऊं, झूठी दुनिया का हूँ फिलहाल, मैं तेरा हो जाऊं, कुछ ऐसा कर कमाल, मैं तेरा हो जाऊं, झूठी दुनिया का हूँ फिलहाल, मैं तेरा हो जाऊं ॥
चरणों में रखना, मैया जी मुझे चरणों में रखना, चरणो में रखना, मैया जी मुझे चरणों में रखना, अब तो सहारा बस तुम्हारा है माँ, अब तो सहारा बस तुम्हारा है माँ, इक तुझे ही हर घडी ही पुकारा है माँ, इक तुझे ही हर घडी ही पुकारा है माँ, चरणों मे रखना, मैय्या जी मुझे चरणों में रखना ॥
ओढ़ चुनरियाँ मैया लाल चली, सिंघ सवारी पे है लगती भली ॥
मैं हर दिन हर पल हर लम्हा, माँ ज्वाला के गुण गाता हूँ, आ गई माँ सिरसा में रहने, सबको यूँ बतलाता हूँ ॥
छोटी छोटी सखियाँ संग अम्बे मात, झूला झूलें मैया सखियों के साथ, झूला झूलें मैया सखियों के साथ ॥