Download Bhakti Bharat APP

भजन: कभी धूप कभी छाँव (Kabhi Dhoop Kabhi Chhaon)


भजन: कभी धूप कभी छाँव
सुख दुःख दोनों रहते जिस में
जीवन है वो गाओं
कभी धूप कभी छाँव
कभी धूप तो कभी छाओं
उपरवाला पासे फेंके
निचे चलते दांव
कभी धूप कभी छाँव
कभी धूप तो कभी छाओं
भले भी दिन आते जगत में
बुरे भी दिन आते
भले भी दिन आते जगत में
बुरे भी दिन आते
कडवे मिटते फल करम के
यहाँ सभी पते
कभी सीधे कभी उलटे पड़ते
अजब समये के पाओं
कभी धूप कभी छाँव
कभी धूप तो कभी छाओं

सुख दुःख दोनों रहते जिस में
जीवन है वो गाओं
कभी धूप कभी छाँव
कभी धूप तो कभी छाओं

क्या खुशिया क्या गम
ये सब मिलते बरी बरी
क्या खुशिया क्या गम
ये सब मिलते बरी बरी
मालिक की मर्ज़ी पे,
चलती ये दुनिया सारी
ध्यान से खेना जग में
बन्दे अपनी नाव
कभी धूप कभी छाँव
कभी धूप तो कभी छाओं

सुख दुःख दोनों रहते जिस में
जीवन है वो गाओं
कभी धूप कभी छाँव
कभी धूप तो कभी छाओं

Kabhi Dhoop Kabhi Chhaon in English

Sukh Duhkh Donon Rahte Jis Mein | Jeevan Hai Vo Gaon | Kabhi Dhoop Kabhi Chhanv
यह भी जानें

Bhajan Inspirational BhajanVed BhajanArya Samaj BhajanHawan BhajanYagya BhajanPradeep Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

शिव स्तुति: आशुतोष शशाँक शेखर

आशुतोष शशाँक शेखर, चन्द्र मौली चिदंबरा, कोटि कोटि प्रणाम शम्भू..

कांवड़ सजा के चालो, सावन ऋतू है आई - भजन

कांवड़ सजा के चालो, सावन ऋतू है आई, भक्तो को शिव ने अपने, आवाज है लगाई, कावड़ सजा के चालो, सावन ऋतू है आई ॥

हे शिवशंकर, हे करुणाकर - भजन

हे शिवशंकर हे करुणाकर, हे परमेश्वर परमपिता, हर हर भोले नमः शिवाय,

भोले भंडारी सबके ही भंडार भरे - भजन

भोले भंडारी सबके ही भंडार भरे, जो पूजे उनको, उनका वो उद्धार करे

शिव शंकर का गुणगान करो - भजन

शिव शंकर का गुणगान करो, शिव भक्ति का रसपान करो, जीवन ज्योतिर्मय हो जाए

हे शिव शंकर परम मनोहर - भजन

हे शिव शंकर परम मनोहर सुख बरसाने वाले, दुःख टालते भव से तार ते शम्भू भोले भाले..

ना मन हूँ ना बुद्धि ना चित अहंकार - भजन

ना मन हूँ, ना बुद्धि, ना चित अहंकार, ना जिव्या नयन नासिका, करण द्वार..

Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Hanuman Chalisa - Hanuman Chalisa
Bhakti Bharat APP