Shri Krishna Bhajan

ओ विष पीने वाले छुपा तू किधर है: शिव भजन (Oh Vish Pine Wale Chupa Tu Kidhar Hai)


ओ विष पीने वाले छुपा तू किधर है: शिव भजन
मेरी जिंदगी में ग़मों का ज़हर है,
विष पीने वाले छुपा तू किधर है,
ओ विष पीने वाले छुपा तू किधर है ॥
ना तुमसा दयालु कोई और भोले,
ना तुमसा दयालु कोई और भोले,
जो ठुकरा के अमृत को पिए विष के प्याले,
लिया तीनों लोकों का भार अपने सर है,
विष पीने वाले छुपा तू किधर है,
ओ विष पीने वाले छुपा तू किधर है ॥

गरीबों का साथी ना बनता है कोई,
फ़साने भी उनके ना सुनता है कोई,
यहाँ फेर ली अपनों ने भी नजर है,
विष पीने वाले छुपा तू किधर है,
ओ विष पीने वाले छुपा तू किधर है ॥
BhaktiBharat Lyrics

बड़ी आस लेकर केतुमको पुकारा,
करदो दया मुझपे हूँ ग़म का मारा,
कहे सोनू होता ना मुझसे सबर है,
विष पीने वाले छुपा तू किधर है,
ओ विष पीने वाले छुपा तू किधर है,
मेरी जिंदगी में ग़मों का ज़हर है,
विष पीने वाले छुपा तू किधर है,
ओ विष पीने वाले छुपा तू किधर है ॥

Oh Vish Pine Wale Chupa Tu Kidhar Hai in English

Mere Jindegi Mein Gamon Ka Jahar Hai, Vish Pine Wale Chupa Tu Kidhar Hai, Oh Vish Pine Wale Chupa Tu Kidhar Hai ॥
यह भी जानें

Bhajan Shiv BhajanBholenath BhajanMahadev BhajanShivaratri BhajanSavan BhajanMonday BhajanSomvar BhajanSolah Somvar BhajanJyotirling BhajanShiv Vivah Bhajan

अगर आपको यह भजन पसंद है, तो कृपया शेयर, लाइक या कॉमेंट जरूर करें!

Whatsapp Channelभक्ति-भारत वॉट्स्ऐप चैनल फॉलो करें »
इस भजन को भविष्य के लिए सुरक्षित / बुकमार्क करें Add To Favorites
* कृपया अपने किसी भी तरह के सुझावों अथवा विचारों को हमारे साथ अवश्य शेयर करें।

** आप अपना हर तरह का फीडबैक हमें जरूर साझा करें, तब चाहे वह सकारात्मक हो या नकारात्मक: यहाँ साझा करें

नवीनतम भजन ›

महाकाल की गुलामी मेरे काम आ रही है - भजन

महाकाल की गुलामी, मेरे काम आ रही है, उनकी ही कृपा से, एकदम मस्त जिंदगी है..

छोटी सी मेरी पार्वती, शंकर की पूजा करती थी - भजन

छोटी सी मेरी पार्वती, शंकर की पूजा करती थी, निर्जल रहकर निश्छल मन से, नित ध्यान प्रभू का धरती थी ..

हम तो तेरे दरबार के दरबारी हो गए: शिव भजन

हम तो तेरे दरबार के दरबारी हो गए, भोले तेरे नाम के पुजारी हो गए ॥

महांकाल मेरी मंजिल, उज्जैन है ठिकाना - भजन

महाकाल मेरी मंजिल, उज्जैन है ठिकाना, मैं गुलाम हूँ भोले का, मेरे साथ है जमाना, महांकाल मेरी मंजिल, उज्जैन है ठिकाना ॥

महाकाल की शरण मे - भजन

सबको मिला सहारा, महाकाल की शरण में, है काल भी तो हारा, महाकाल की शरण मे, सबको मिला सहारा,
महाकाल की शरण मे ॥

उज्जैन में विराजे, महाकाल प्यारे प्यारे - भजन

उज्जैन में विराजे, महाकाल प्यारे प्यारे, महाकाल प्यारे प्यारे, महाकाल डमरू वाले, क्ष्रिप्रा तट विराजे, महाकाल प्यारे प्यारे, उज्जैन मे विराजे, महाकाल प्यारे प्यारे ॥

मेरे महादेव सारा ब्रह्माण्ड समेटे हुए हैं - शिव भजन

माथे चन्द्रमा और गले में नाग लपेटे हैं, मेरे महादेव सारा ब्रह्माण्ड समेटे हैं

Ganesh Aarti Bhajan - Ganesh Aarti Bhajan
Ram Bhajan - Ram Bhajan
Bhakti Bharat APP