नमो तस्स भगवतो अरहतो सम्मा सम्बुद्धस्स। नमो तस्स भगवतो अरहतो सम्मा सम्बुद्धस्स।...
उज्जैन के महाराज हो, दीनो के दीनानाथ हो, तुम कालों के काल हो, बाबा महाकाल हो ॥
इठलाती हुई बल खाती हुई, चली पनिया भरन शिव नार, सागर में उतारी गागरिया ॥
भोले तेरी निराली शान, करे जगत का तू कल्याण, सबको शरण में रखले अपनी, तुझसा नहीं महान, ओ भोले तेरा जवाब कहाँ, भोलें तेरी निराली शान ॥
काल क्या करेगा महाकाल के आगे, कर लूँगा दो दो बात मैं, उस काल के आगे..
सब देव चले महादेव चले, ले ले फूलन के हार रे, आओ रामा की नागरिया..
मन में जो विश्वास है, तो हरदम प्रभु पास है, कावड़ उठा कर के चल, दर्शन की गर प्यास है, हर हर बम बम, बम बम हर हर,
हर हर बम बम जपता चल, एक बार मुख से जो, बोल बम कहोगे, जिंदगी में फिर सदा, बम बम रहोगे ॥